प्रधानमंत्री मोदी ने दीक्षांत समारोह में छात्रों से कहा कि जीवन के जिस मार्ग पर अब आप आगे बढ़ रहे हैं, उसमें निश्चित तौर पर आपके सामने कई सवाल भी आएंगे। ये रास्ता सही है, गलत है, नुकसान तो नहीं हो जाएगा, समय बर्बाद तो नहीं हो जाएगा? ऐसे बहुत से सवाल आएंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इन सवालों का उत्तर है- सेल्फ थ्री ।
पहला सेल्फ अवेयरनेस , दूसरा सेल्फ कॉन्फिडेंस (Self-confidence) और तीसरा सेल्फिशनेस (Selflessness)। प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि आप अपने सामर्थ्य को पहचानकर आगे बढ़ें, पूरे आत्मविश्वास से आगे बढ़ें, निस्वार्थ भाव से आगे बढ़ें।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस कार्यक्रम के दौरान कहा कि इंजीनियर होने के नाते एक क्षमता आपमें विकसित होती है और वो है चीजों को पैटर्न से पेटेंट तक ले जाने की क्षमता। यानि एक तरह से आपमें विषयों को ज्यादा विस्तार से देखने की दृष्टि होती है।