पंजाब नेशनल बैंक में हुए 114 अरब के घोटाले का आरोपी नीरव मोदी और मेहुल चौकसी ही ऐसे शख्स नहीं हैं, जिन्होंने घोटालाकिया है। यूपी के कानपुर में स्थित पैन बनाने वाली विश्व की मश्हूर कंपनी रोटोमैक के मालिक विक्रम कोठारी भी इस लिस्ट में शामिल हो गए हैं। कोठारी पर शहर की विभिन्न बैंकों का 3600 करोड़ रुपये से अधिक का बकाया है। वहीं चेक बाउंस का केस भी दर्ज है, जिसमें पुलिस काफी लंबे समय से उनकी तलाश कर रही है। एक समय रोटोमैक का विज्ञापन मश्हूर फिल्म अभिनेता सलमान खान करते थे। वहीं कुछ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह करीब 5 हजार करोड़ रुपये का घोटाला है।शहर के जाने माने उद्यमी व रोटोमैक ग्रुप के मालिक विक्रम कोठारी सिर्फ इलाहाबाद बैंक के 352 करोड़ रुपये के ही कर्जदार नहीं हैं। इन पर बैंक ऑफ इंडिया का भी करीब 1395 करोड़ रुपये का कर्ज है। विक्रम कोठारी की चार कंपनियों के नाम से शहर की बिरहाना रोड स्थित बैंक ऑफ इंडिया ब्रांच में चार अलग-अलग खाते हैं।
ये सभी खाते वर्ष 2015 में एनपीए (नॉन परफार्मिंग एसेट) हो चुके हैं। बैंक लगातार विक्रम कोठारी और फर्म के डायरेक्टरों से पत्राचार कर रहा है, लेकिन कर्ज की रकम नहीं चुकाई जा रही। बैंक ऑफ इंडिया की ओर से भेजे गए सामान्य नोटिसों का भी जवाब नहीं दिया जा रहा है।
सरफेसी एक्ट के तहत भेजा जाएगा नोटिस
सामान्य नोटिसों का निर्धारित समय पूरा होने के बाद खातों में सुधार न होने पर बैंक के सेंट्रल ऑफिस ने आपत्ति जताई है। बैंक विक्रम कोठारी को अब सरफेसी एक्ट के तहत नोटिस भेजने की तैयारी कर रहा है। जल्द ही उद्यमी ने अपने एनपीए खातों में कर्ज की रकम जमा नहीं कराई तो बैंक बंधक संपत्तियों को कब्जे में ले लेगा।
अब तक कुल कर्ज बैंक कर्जा
फिलहाल, इंडियन ओवरसीज बैंक ने रोटोमैक ग्रुप के मालिक विक्रम कोठारी के करीब 650 करोड़ रुपये के डिपॉजिट (एफडीआर) जब्त कर लिए हैं। बैंक ने यह कार्रवाई 1400 करोड़ रुपये का कर्ज न चुका पाने की वजह से की है। विक्रम कोठारी का इसी बैंक पर अब भी 750 करोड़ रुपये बकाया है। रकम की वसूली के लिए अब बैंक डेब्ट रिकवरी ट्रिब्यूनल (ऋण वसूली अधिकरण) जाने की तैयारी कर रहा है।
सलमान खान ने किया है विज्ञापन
जिस कंपनी के प्रोडक्ट्स का एड (विज्ञापन) बॉलीवुड के सुपरस्टार सलमान खान जैसे सिलेब्रिटीज करते थे आज उस कंपनी की हालत इतनी खराब होती जा रही है कि मालिक के घर तक नीलाम होने लगे हैं।विक्रम कोठारी की पत्नी साधना कोठारी के नाम कानपुर के गुटैया स्थित इंद्रधनुष अपार्टमेंट की नौंवी मंजिल में बना एक फ्लैट (नंबर-902) मंगलवार को करीब 80 लाख रुपये में नीलाम हो चुका है।
इसी तरह विक्रम कोठारी के पुत्र राहुल कोठारी के नाम बैकुंठपुर गांव में कई हेक्टेयर में फैला फार्म हाउस, खाली जमीन आदि थी। ये सब करीब 13.50 करोड़ रुपये में नीलाम हो गई। फार्म हाउस को शहर की रिद्धि श्री फर्म ने खरीदा है।
कानपुर का सबसे अरबपति फरार
विक्रम कोठारी की रोटोमैक ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का एक लोन एकाउंट कानपुर के माल रोड स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक में भी है। वर्ष 2010 में यह लोन एकाउंट महज 150 करोड़ का था। चार साल बाद यह 1400 करोड़ तक पहुंच गया। समय पर लोन की किस्तें अदा न हो पाने पर जून 2016 में यह एकाउंट एनपीए घोषित कर दिया गया था।
बैंकों को नहीं मिला नीलामी से भी फायदा
बैंक ने कई नोटिस भेजे, लेकिन निर्धारित समय पर निर्धारित रकम जमा न होने पर बैंक ने लोन की सिक्योरिटी के लिए बंधक डिपॉजिट जब्त कर लिए। सभी डिपॉजिट करीब 650 करोड़ के ही निकले। बैंक अब अपने 750 करोड़ रुपये की वसूली के लिए परेशान है।
बैंक ने इनके बकाये लोन पर अब ब्याज लगाना बंद कर दिया है।बैंकिंग सेक्टर से जुड़े सूत्र बताते हैं कि इंडियन ओवरसीज बैंक का सेंट्रल ऑफिस जल्द ही बकाया कर्ज की वसूली के लिए डेब्ट रिकवरी ट्रिब्यूनल में केस करेगा।
2017 तक ये था कुल कर्ज बैंक कर्जा
इंडियन ओवरसीज बैंक- 1400 करोड़
बैंक ऑफ इंडिया- 1395 करोड़
बैंक ऑफ बड़ौदा- 600 करोड़
इलाहाबाद बैंक- 352 करोड़