आज के समय में शादीशुदा जीवन में सेक्स का बहुत अहम रोल होता है. ऐसे में सेक्स के लिए कपल नयी नयी पोजीशन अपनाते हैं. अब आज हम आपको बताने जा रहे हैं मिशनरी सेक्स पोजीशन के बारे में. आज हम आपको बताएंगे कि क्या होती है मिशनरी सेक्स पोजीशन और इसे कैसे किया जाता है. इसके अलावा कैसे इसे और अधिक कामूक बनाया जा सकता है. इसी के साथ इसके फायदे. आइए जानते हैं. आप सभी को बता दें कि मिशनरी सेक्स पोजीशन सबसे आसान सेक्स पोजीशन कही जाती है और इस पोजीशन में महिला और पुरुष दोनों ही आरामदायक स्थिति में रहते हैं.
वैसे इसे 67 सेक्स पोजीशन भी कहते हैं. वैसे तो कई सेक्स पोजीशन होती है लेकिन इसे बेहतरीन माना जाता है. आपको बता दें कि इस सेक्स पोजीशन में पुरुष साथी महिला साथी के ऊपर रहता है और महिला साथी नीचे रहती है. वहीं इस दौरान सेक्स करते वक्त आप अपने साथी की आंखों में आंखे डालकर देख सकते हैं. इसके अलावा आप अपने साथी को महसूस भी कर सकते हैं. इस दौरान पुरुष का वजन महिला के ऊपर होता है और दोनों एक दूजे के प्यार को महसूस कर सकते हैं. आपको बता दें कि यह सेक्स पोजीशन 67 नंबर पर आती है इसलिए इसे 67 सेक्स पोजीशन भी कहा जाता है. वैसे मिशनरी सेक्स पोजीशन बहुत से लोग अपनाते हैं लेकिन बहुत से लोग इसे बोरिंग कहते हैं. वैसे आप चाहे तो इसे कुछ टिप्स की मदद से रोमांचक बना सकते हैं.
कैसे करें – इस पोजीशन में महिलाएं बेड पर कमर के बल लेट जाती है उसके बाद पुरुष साथी अपने पेट के बल महिला साथी के ऊपर लेट जाता है. वहीं इस क्रिया के दौरान धीरे-धीरे पेनिस वजाईना के अंदर जाता है और सेक्सुअल इंटरकोर्स होता है. वहीं स्किन-टू-स्किन टच यानि की त्वचा के स्पर्श से प्यार का एहसास होता है. इस दौरान पुरुष महिलाओं पर हावी होते हैं लेकिन कई बार ऐसा भी होता है कि महिलाएं भी पुरुष पर हावी हो जाती है. वैसे इस सेक्स पोजीशन को सेफ सेक्स पोजीशन कहते है.
मिशनरी सेक्स पोजीशन के फायदे – आपको बता दें कि यह पोजीशन अत्यधिक कामुकता का एहसास करवाती है. इसके अलावा शुरुआती सेक्स के लिए यह पोजीशन सबसे बेहतरीन होती है. यह पोजीशन एक-दूसरे को स्पर्श करके अधिक प्यार का एहसास करवाने वाली मानी जाती है. इस पोजीशन के दौरान दोनों पार्टनर्स एक-दूसरे को गले लगा सकते हैं. इसके अलावा इस पोजीशन में किस भी किया जा सकता है. इसी के साथ इस पोजीशन को अपनाकर दोनों पार्टनर एक दूजे को देख सकते हैं.