दुनिया में शायद ही ऐसा कोई देश हो जहां जिस्मफरोशी यानी कि देह व्यापार का धंधा न किया जाता हो। हालांकि अधिकतर देशों में इसे अपराध माना जाता है और इस पर प्रतिबन्ध लगा हुआ है। लेकिन दुनिया में कम से कम 15 ऐसे भी देश हैं जहां देह व्यापार को कानूनी तौर पर मान्यता प्राप्त है। जिन देशों में इसे अपराध की श्रेणी में रखा जाता है वहां भी यह धंधा पूरे शबाब पर है और भली-भांति फल-फूल भी रहा है।
आज हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताने जा रहे हैं जहां वैश्याओं की बोली लगाई जाती थी। आप सोच रहे होंगे इसमें क्या नई बात है। लेकिन आपको यह बात जानकार हैरानी होगी कि यह बोली बिल्कुल मुफ्त में लगाई जाती थी।
जी हां अब तो यक़ीनन आप हैरानी में पड़ गए होंगे कि बोली वो भी मुफ्त में? जी हां आपको बता दें कि चेक गणराज्य देश की राजधानी प्राग में एक ऐसा वैश्यालय चला करता था जहां यह सब हुआ करता था। यह ऐसा वैश्यालय था जहां लोगों की लंबी-लंबी कतारें लगा करती थीं। इसके पीछे वजह तो आप जान ही गए हैं। इन लंबी कतारों का एक मात्र ही कारण था वह था फ्री में बोली लगाना। मतलब यहां कि वैश्याओं से शारीरिक संबंध बनाने के लिए कोई कीमत नहीं चुकानी पड़ती थी बल्कि यह बिल्कुल मुफ्त में होता था।
अब आप यह जानना चाहते होंगे कि आखिर वैश्याएं मुफ्त में शारीरिक संबंध बनाने को तैयार क्यों हो जाती थी, तो इसका जवाब हम आपको दे रहे हैं। दरअसल प्राग में एक वैश्यालय हुआ करता था जिसका नाम था बिग सिस्टर। यह वैश्यालय साल 2010 में बंद कर दिया गया। यह बिग सिस्टर नाम का वैश्यालय तो बंद हो चुका है लेकिन उसके चर्चे आज भी लोगों की जुबान पर हैं। मुफ्त में मिलने वाली वैश्याओं की वजह से लोग आज भी इसे भुला नहीं पाए हैं।
यहां यह सब मुफ्त में होता था बस ग्राहक को इसके लिए एक शर्त को पूरा करना होता था। जब किसी ग्राहक को किसी वैश्य के कमरे में भेजा जाता था तो उससे पहले ग्राहक के साथ एक डील की जाती थी। यह डील थी कि उसके अंतरंग पलों का वीडियो बनाया जाएगा। जी हां मतलब ग्राहक की पोर्न वीडियो तैयार की जाती थी और इसे बेचकर ही वैश्यालय पैसे कमाता था। सबसे हैरान करने वाली बात है कि इससे किसी को कोई ऐतराज नहीं होता था।
जब कोई व्यक्ति वैश्य के साथ सेक्स करता था तब वीडियो बनायीं जाती थी और इतना ही नहीं मोबाइल पर दोनों को दिशा-निर्देश भी दिए जाते थे ताकि बेहतर तरीके से वीडियो को रिकॉर्ड किया जा सके।