यमुना में जलस्तर घटने से बिगड़ी स्थिति

भिवानी के के 172 जलघर टैंकों को भरने में भी अब परेशानी हो रही है वहीं सुंदर सब ब्रांच बंद होने के बाद ही जूई फीडर में पानी चलने की उम्मीद है। फिलहाल स्थिति को देखते हुए जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की शहर में पानी की राशनिंग भी जारी रहेगी।

यमुना नदी में पानी का स्तर कम होने से भिवानी जिले में नहरी पानी का शेड्यूल भी बिगड़ गया है। सुंदर ग्रुप में 2150 क्यूसेक पानी की डिमांड के मुकाबले फिलहाल 940 क्यूसेक पानी ही पहुंच रहा है, जबकि शुरुआत में 1200 क्यूसेक पानी आंका गया था। मगर नहरों में पानी का स्तर बढ़ने के बजाए घट गया, जिसकी वजह से सुंदर सब ब्रांच और मिताथल फीडर में पानी चलाने के लिए जूई फीडर को बंद करना पड़ा।

जिले के 172 जलघर टैंकों को भरने में भी अब परेशानी हो रही है वहीं सुंदर सब ब्रांच बंद होने के बाद ही जूई फीडर में पानी चलने की उम्मीद है। हालांकि सिंचाई विभाग के अधिकारी मुख्यालय से लगातार पानी बढ़वाने के प्रयासों में जुटे हैं। नहरी पानी की कमी की वजह से शहरवासियों को भी होली पर्व पर जलसंकट से निजात नहीं मिलेगी। फिलहाल स्थिति को देखते हुए जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की शहर में पानी की राशनिंग भी जारी रहेगी।

सिंचाई विभाग द्वारा सुंदर ग्रुप की नहरों में 17 मार्च से पानी का शेड्यूल निर्धारित किया है और 24 मार्च तक नहरी पानी मिलेगा। मंगलवार को सुंदर सब ब्रांच में 900 क्यूसेक के मुकाबले 700 क्यूसेक पानी चला, वहीं मिताथल फीडर में 350 क्यूसेक की डिमांड पर सिर्फ 240 क्यूसेक पानी ही पहुंचा। जबकि जूई फीडर में करीब 900 क्यूसेक पानी की डिमांड की गई थी, लेकिन नहरी पानी कमी की वजह से दो नहर चलाने के लिए जूई फीडर को बंद करना पड़ा। पानी का स्तर नहीं बढ़ा तो जूई फीडर में पानी चलाने के लिए सुंदर सब ब्रांच बंद करनी पड़ेगी। हालांकि सिर्फ चार दिन ही नहरी पानी मिलेगा। ऐसे में गांवों के जोहड़ और जलघरों के टैंक भरना भी अब सिंचाई विभाग के लिए बड़ी चुनौती बन गया है।

ये है सिंचाई विभाग के नहरी पानी का शेड्यूल
सिंचाई विभाग ने पांच ग्रुप बनाए हैं। इनमें सुंदर ग्रुप, भालोठ ग्रुप, जेएलएन ग्रुप, जेएलएन एमकेडी व बुटाना ग्रुप शामिल है। इससे पहले सुंदर ग्रुप, भालोठ, जेएलएन और बुटाना ग्रुप ही बनाए गए थे। जबकि जेएलएन (जवाहरलाल नेहरू कनाल) में तीन नए सब ग्रुप बना दिए हैं। पहले चार ग्रुप बने थे तो उस समय आठ दिन नहर चलती थी और 24 दिन नहरें बंद रहती थी। अब पांच ग्रुप बनाए गए हैं, इसमें आठ दिन प्रत्येक ग्रुप की नहरों में पानी मिलता और 32 दिन नहरें बंद रहती हैं। ऐसे में अगर एक ग्रुप में नहरों के अंदर पानी की कमी रहती है तो फिर उन्हें अगली बार 32 दिन नहर आने का इंतजार करना पड़ता है। मगर भिवानी शहर के लिए सुखद पहलू यह है कि सुंदर ग्रुप के बाद बुटाना ग्रुप में आठ दिन नहर चलने से भी जलघर के टैंकों को कुछ पानी मिल जाता है।

अधिकारी के अनुसार
यमुना में पानी का स्तर बहुत कम होने की वजह से डिमांड के अनुरूप पानी नहीं मिला है। 24 मार्च तक सुंदर ग्रुप में नहरी पानी का शेड्यूल है। हमने 2150 क्यूसेक पानी की डिमांड की थी, मगर 940 क्यूसेक पानी चल रहा है। जिसकी वजह से जूई फीडर नहर को बंद करना पड़ा है। मुख्यालय के अधिकारियों से लगातार बातचीत कर पानी बढ़वाने की कोशिश कर रहे हैं, उम्मीद है जल्द हालात सुधरेंगे। -अमनदीप देशवाल, कार्यकारी अभियंता, जूई वाटर सर्विसेज सिंचाई विभाग भिवानी।

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