स्थानीय मीडिया के अनुसार, अमेरिका और ब्रिटेन दोनों ने शुक्रवार को यमन पर हमला किया था। इससे पहले सना पर चार और होदीदा पर सात हमले की सूचना दी गई थी। धमार, सना के दक्षिण में, मुकायरास और सना के दक्षिण-पूर्व में एक-एक हमले किए गए।
अमेरिकी सेना ने यमन के हूती नियंत्रित इलाकों में 15 ठिकानों पर हमला किया। इसकी जानकारी अमेरिकी सेना ने ही दी है। लाल सागर और अदन की खाड़ी में हूती विद्रोही लगातार अमेरिका और ब्रिटेश के व्यापारिक जहाजों पर हमले कर रहा है। इसे रोकने के लिए अमेरिकी सेना ने बार बार हमले किए। ईरान समर्थित विद्रोहियों के चार प्रांतों पर भी हमला किया गया।
अमेरिकी सेना के सैन्य कमान ने सोशल मीडिया पर कहा, यूएस सेंट्रल कमांड बलों ने आज यमन के ईरानी समर्थित हूती-नियंत्रित क्षेत्रों में 15 ठिकानों पर हमले किए। इन हमलों का लक्ष्य हूती की आक्रमक क्षमताओं को कमजोर करना था। ये हमले अमेरिकी गठबंधन और व्यापारी जहाजों के लिए लाल सागर को अधिक सुरक्षित बनाने के लिए किए गए थे।
अमेरिका-ब्रिटेन ने यमन पर किया हमला
स्थानीय मीडिया के अनुसार, अमेरिका और ब्रिटेन दोनों ने शुक्रवार को यमन पर हमला किया था। इससे पहले सना पर चार और होदीदा पर सात हमले की सूचना दी गई थी। धमार, सना के दक्षिण में, मुकायरास और सना के दक्षिण-पूर्व में एक-एक हमले किए गए। पिछले साल इस्राइल-हमास संघर्ष के बीच गाजा का समर्थन करते हुए नवंबर से ही हूती लाल सागर में व्यापारिक जहाजों पर हमले कर रहा है। हूती विद्रोहियों के खिलाफ इस्राइल ने भी यमन पर हमले किए। पिछले महीने इस्राइल ने होदीदा पर हमले किए, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई थी।
अमेरिका ने हमला तब किया जब एक दिन पहले हूती विद्रोहियों ने कहा था कि वह तेल अवीव पर हमला करेगा। इस्राइली सेना ने बताया कि उन्होंने सेंट्रल इस्राइल के पास रात भर में एक संदिग्ध हवाई लक्ष्य को रोका। हालांकि, उन्होंने इसकी ज्यादा जानकारी नहीं दी। बुधवार को हूती ने कहा था कि उन्होंने इस्राइल पर क्रूज मिसाइले दागी थीं। इससे एक दिन पहले यमन घाटी पर हूती ने दो जहाजों को क्षतिग्रस्त कर दिया था। एक जहाज पर समुद्री ड्रोन से हमला किया गया था तो दूसरे जहाज को मिसाइल से नष्ट कर दिया गया।