यदि आप भी चाहते है बनना तो आपको यह बात मालूम होना चाहिए कि सुरक्षित यौन संबंध को लेकर भारतीय पुरुषों में कई गलत धारणाएं होती हैं. कई बार वह सुरक्षा को अनदेखा कर ऐसी महिलाओं से सम्बन्ध बनाते है जो पैसो के लिए अपने जिस्म का सौदा करती है. और उन पर जबरदस्ती यौन संबंध के लिए दबाव देते है. ऐसे सम्बन्ध में उनका मानना है कि इससे उन्हें एचआईवी एड्स या अन्य एसटीडी नहीं हो सकता.
वही एक गैर क़ानूनी संगठन द्वारा पूरे देश में कराए गए सर्वेक्षण में भारतीय मर्दों के बारे में इस बात का खुलाशा हुआ है. कि वह सेक्स वर्कस को जबरदस्ती यौन संबंध बनाने के लिए कहते हैं. बहुत से पुरूषों का मानना है कि ऐसा करना सुरक्षित है और वे इससे एचआईवी एड्स से पीड़ित नहीं होंगे, लेकिन वे नहीं जानते कि यह 10 गुना ज्यादा खतरनाक होता है.
जंहा यह बात सामने आई है कि अधिकांश पुरुष सेक्स के लिए कंडोम का उपयोग नहीं करते है. उनका ऐसा कहना है कि अगर उनके पास कंडोम नहीं है तो वे दुसरे तरीकों से सेक्स करना सुरक्षित मानते हैं. लेकिन यह असुरक्षित सेक्स दोनों के लिए खतरनाक माना जाता है. यह सर्वेक्षण वाराणसी, इलाहबाद, जौनपुर, कानपुर, गाजियाबाद, आगरा, हुबली, बीजापुर, बेल्लारी, नलगोंडा और हरदोई जैसे अन्य स्थानों के भी करवाया गया. जंहा से यह बात सामने आयी है कि अधिकांश भारतीय पुरुष सुरक्षित यौन संबंध को लेकर संतुष्ट नहीं है. और जहां पर यह सर्वेक्षण किया गया वहां यौन शिक्षा नदारद है. इस सर्वेक्षण से जुड़े अधिकारियों ने बताया है कि लोगों को महिलाओं और पुरुषों के प्रजनन अंगों के बारे में बेहद कम जानकारी मालूम है.
क्या है सेक्स से जुड़े सच:
शारीरिक संबंध मानसिक सुख भी प्रदान करता है.
इसके लिए मानसिक रूप से भी जुड़ाव होना जरूरी होता है
. यह सच है कि समय से पहले यौन संबंध बनाने से शारीरिक और मानसिक विकास पर बहुत प्रभाव पड़ता है.
शादी से पहले किया गया सेक्स का वैवाहिक जीवन पर कोई असर नहीं होता.
लोगो का यह मानना कि शादी से पहले सेक्स करने से वैवाहिक जीवन की खुशी छिनने का खतरा रहता है, यह एकदम गलत है.
सुरक्षित सेक्स करने के लिए दोनों कि रज़ामंदी होना जरुरी है.
रिश्तों में सेक्स ही प्राथमिकता नहीं होनी चाहिए, बल्कि भावनात्मक जुड़ाव के साथ-साथ आत्मीय संबंध होना भी जरूरी है तभी आप सेक्स के महत्व को समझ सकते हैं.