Rain in Madhya Pradesh दो वेदर सिस्टम सक्रिय रहने से मध्य प्रदेश में नमी आने का सिलसिला बरकरार है। इससे मध्य प्रदेश के पूर्वी क्षेत्रों में बरसात का सिलसिला लगातार जारी है। कड़ाके की ठंड, कोहरा और बारिश के कारण जनजीवन पर खासा असर पड़ा है।
अभी एक-दो दिन तक बौछारें पड़ने का सिलसिला जारी रहेगा
मौसम विज्ञानियों से इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश में अभी एक-दो दिन तक बौछारें पड़ने का सिलसिला जारी रहेगा। इस दौरान मध्य प्रदेश में अधिकांश स्थानों पर कोहरा भी छाया रहेगा। इससे दिन के तापमान में कमी बरकरार रहेगी। मौसम के जानकारों के अनुसार राज्य में मौसम साफ होने के बाद ही रात के तापमान में गिरावट शुरू होगी। तब ठंड का असर और बढ़ जाएगा।
24 घंटों के दौरान मलाजखंड में 24 मिलीमीटर बरसात
मौसम विज्ञान केंद्र के प्रवक्ता से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान मलाजखंड में 24, टीकमगढ़ में 19, सतना में 16, रीवा में 10 मिमी. बरसात हुई।
दक्षिणी गुजरात पर ऊपरी हवा का चक्रवात
वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में दक्षिणी गुजरात पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। साथ ही एक ट्रफ (द्रोणिका लाइन)दक्षिणी राजस्थान से उत्तरी मप्र होते हुए झारखंड तक बना हुआ है। इससे लगातार नमी आने का सिलसिला बना हुआ है।
पूर्वी मप्र में अधिकांश स्थानों पर बरसात
इन दो सिस्टम के प्रभाव से प्रदेश के कई स्थानों पर विशेषकर पूर्वी मप्र में अधिकांश स्थानों पर बरसात हो रही है। यह सिलसिला अभी एक-दो दिन तक बना रह सकता है।
सागर जिले में गिरे ओले, फसलों को नुकसान
सागर। शहर से सटे केरबना, कर्रापुर, नरयावली और गढ़पहरा इलाके में गुरुवार देर रात बारिश के साथ बेर के आकार के ओले गिरे। शुक्रवार सुबह जब किसान खेतों में पहुंचे, तो फसल नुकसान देखकर चिंतित हो गए। किसानों के मुताबिक खेतों में कई जगह ओले पड़े मिले।
लगातार शीतलहर जारी रहने से क्षेत्र के कई गांवों में दलहन और सब्जी की फसल पाले से खराब हो गई है। इसके अलावा विदिशा, रायसेन, छिंदवाड़ा, बैतूल सहित अन्य जिलों में सुबह देर तक कोहरा छाया रहा। कई जगह वाहन चालकों को हेडलाइट जलाना पड़ीं। बादल छा रहने से हल्की धूप रही। दिन भर सर्द हवा चलती रही।
बारिश और ठंड से आंशिक राहत
जबलपुर। महाकोशल-विंध्य के जिलों में शुक्रवार को बारिश नहीं हुई। आसमान में बादल छाए रहने के कारण ठंड से भी आंशिक राहत मिली है। अमरकंटक और डिंडौरी में पारा 5 डिग्री से कम दर्ज किया गया। बीते दिनों बारिश और ओलावृष्टि से कई जिलों में फसलों को नुकसान हुआ है।