सरकार ने प्रवासी मजदूरों की मदद करने के लिए मेरा राशन एप लॉन्च किया है। मेरा राशन एप को उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने लॉन्च किया है और यह भारत सरकार की वन नेशन वन राशन कार्ड का ही हिस्सा है। मेरा राशन एप उन मजदूरों के लिए काफी काम का है जो काम के सिलसिले में पलायन करते हैं और जिनके पास राशन कार्ड है। मेरा राशन एप का फायदा 32 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को फिलहाल मिल रहा है।
मेरा राशन एप की लॉन्चिंग खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव सुधांशु पांडे ने की है। इसकी लॉन्चिंग पर उन्होंने कहा कि इस सिस्टम की शुरुआत अगस्त 2019 में सिर्फ राज्यों के साथ हुई थी और दिसंबर 2020 तक इसकी पहुंच 32 राज्यों और क्रेंद्र शासित प्रदेशों तक हो गई है।
दिल्ली, छत्तीसगढ़, असम और पश्चिम बंगाल को कुछ ही महीनों में शामिल कर लिया जाएगा। पांडे ने आगे कहा कि इस राशन कार्ड पोर्टेबलिटी सिस्टम के जरिए करीब 69 करोड़ लाभार्थियों को लाभ मिला है। वहीं हर महीने करीब 1.5 करोड़ ट्रांजेक्शन इसके जरिए हो रहे हैं।
सबसे पहले आपको बता दें कि मेरा राशन एप फिलहाल केवल एंड्रॉयड यूजर्स के लिए उपलब्ध है। मेरा राशन एप को आप गूगल प्ले-स्टोर से अपने फोन में डाउनलोड कर सकते हैं। इसके बाद आपको राशन कार्ड के साथ रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से लॉगिन करना होगा। इसके बाद आप इस एप की मदद से देश के किसी भी राज्य की दुकान से राशन ले सकेंगे।
इस एप में आपको यह भी पता चलेगा कि आपने कब-कब और किस दुकान से राशन लिया। इस एप का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसके जरिए आपको नजदीकी दुकान के बारे में जानकारी मिल जाएगी। इस एप में आधार ऑथेंटिकेशन भी है और इसे फिलहाल अंग्रेजी और हिंदी का सपोर्ट है, लेकिन जल्द ही इसे 14 स्थानीय भाषाओं का सपोर्ट मिलने वाला है।