नई दिल्ली। अमेरिकी बर्गर रेस्तरां कंपनी मॅक्डोनाल्ड्स ने स्थानीय संयुक्त उपक्रम कनॉट प्लाजा रेस्टोरेंट लिमिटेड (सीपीआरएल) के साथ व्यावसायिक करार खत्म कर लिया है। मॅक्डोनाल्ड्स ने कहा है कि स्थानीय कंपनी अब उसके नाम से कारोबार नहीं कर सकेगी।ट्रंप की चेतावनी के बाद पाकिस्तानी अधिकारियों पर बैन लगा सकता है US
यह समझौता दिल्ली समेत उत्तर और पूर्व क्षेत्र के 169 रेस्तरां के लिए था। विक्रम बख्शी की अगुआई वाली सीपीआरएल का मॅक्डोनाल्ड्स इंडिया से विवाद चल रहा है। सीपीआरएल, विक्रम बख्शी और मैकडोनल्ड्स इंडिया का बराबर हिस्सेदारी वाला ज्वाइंट वेंचर है।
नोटिस के 15 दिनों के भीतर सीपीआरएल को मैकडोनल्ड्स का नाम, सिस्टम, ट्रेडमार्क, डिजाइन और उससे जुड़ी प्रॉपर्टी का इस्तेमाल बंद करना होगा। इससे हजारों लोगों की नौकरियों पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। माना जा रहा है कि इससे 6500 लोगों का रोजगार सीधे तौर पर प्रभावित होगा।
यह है विवाद का असली कारण
वर्ष 2013 में विक्रम बक्शी को सीपीआरएल के प्रबंध निदेशक पद से हटा दिया गया था। तब से वह मैकडॉनाल्ड के खिलाफ एक कानूनी लड़ाई लड़ रहे थे। उन्होंने दुनिया की सबसे बड़ी फूड चेन को इस मामले को लेकर कंपनी लॉ बोर्ड में घसीट लिया, जिसका फैसला आना अभी बाकी है।
कंपनी की ओर से रेस्टोरेंट बंद करने का फैसला निश्चित रुप से मैकडॉनाल्ड को नुकसान पहुंचाएगा। वर्ष 2013 में पिज्जा ब्रैंड डॉमिनोज ने कंपनी को कड़ी टक्कर देकर और देश में क्विक सर्विस रेस्त्रां (क्यूएसआर) के मामले में पहला स्थान प्राप्त कर लिया था।