1988 से 1990 तक दूरदर्शन पर कामयाबी का परचम लहराने के बाद एक बार फिर 32 साल बाद लेखक आर के लक्ष्मण का सुपरहिट शो ‘वागले की दुनिया’ एकदम नए रूप और नए अंदाज में सब टीवी पर 8 फरवरी से शुरू हो चुका है. 32 सालों के बाद सीरियल में वागले का बेटा राजू बड़ा हो गया है और इस नए सीरियल में राजू का किरदार सुमीत राघवन निभा रहे हैं. मीडिया से बात करते हुए सुमीत राघवन और अंजन श्रीवास्त ने सीरियल को लेकर अपने जज्बात जाहिर किए .
32 सालों के बाद एक बार फिर श्रीनिवास वागले का किरदार निभा रहे अंजन श्रीवास्तव कहते हैं- ‘ये साल इस शो के लेखक आ के लक्ष्मण जी का जन्म शताब्दी वर्ष है और इसी साल मेरा सुपरहिट सीरियल ‘वागले की दुनिया’ एक बार फिर नए रूप में दर्शकों को बीच वापस आया है. तो इन दोनों ही बातों को लेकर मैं काफी खुश हूं और मुझे इस बात की भी काफी संतुष्टि है कि दर्शकों को ये सीरियल काफी पसंद आ रहा है. मैं आर के लक्ष्मण जी का ऋणी हूं क्योंकि आज मैं जो भी हूं उनकी ही बदौलत हूं. ‘वागले की दुनिया’ ने मेरे करियर को एक नया मुकाम दिया था.’
अंजन श्रीवास्तव आगे कहते हैं- ‘मैं कई सालों से सीरियल नहीं कर रहा हूं और मैं अभी भी सीरियल नहीं करना चाहता था क्योंकि मेरी सेहत को देखते हुए डॉक्टरों ने मुझे सीरियल करने से मना किया है. पर इस सीरियल का नाम सुनते ही मैं खुद को इसका हिस्सा बनने से नहीं रोक पाया. ’
वहीं दूसरी तरफ सीरियल में अंजन श्रीवास्तव के बेटे राजू का किरदार निभा रहे एक्टर सुमीत राघवन का कहते हैं- ‘मैं इस बात से बहुत खुश हूं कि दर्शकों को हमारा ये नया सीरियल बहुत पसंद आ रहा है और सीरियल ‘वागले की दुनिया’ का जब भी जिक्र होगा हमेशा अंजन जी और भारती अचरेकर जी का ही जिक्र होगा. यही दोनों इस सीरियल के असली हीरो-हीरोइन हैं क्योंकि अगर ये दोनों इस सीरियल में नहीं होते तो शायद दर्शक इस सीरियल को ‘वागले की दुनिया’ मानते ही नहीं.’
दोनों सीरियल्स की तुलना करते हुए सुमित राघवन कहते हैं- ‘पुराने सीरियल और इस नए सीरियल की आपस में तुलना करना मेरे हिसाब से सही नहीं होगा क्योंकि पुराने जमाने की जिंदगी और आज की जिंदगी में काफी फर्क आ गया है. हालांकि हमने कोशिश की है हम शो के बीच-बीच में लोगों को उस जमाने से भी कनेक्ट करते रहें, लेकिन अगर हम पहले जैसा ही शो बनाते तो दर्शकों को कुछ नयापन नहीं मिलता.’