- 99 कृषि कल्याण केन्द्रों का उद्घाटन किया
- मुख्यमंत्री ने 05 प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया, 03 लाभार्थियों को किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत चेक प्रदान किये
- किसानों को शासन की योजनाओं से लाभान्वित कराने के लिए प्रदेश के सभी विकास खण्डों में किसान कल्याण मिशन शुरू किया जा रहा: मुख्यमंत्री
- इस कार्यक्रम से किसानांे को आधुनिक खेती के विषय मंे उपयोगी जानकारी मिलेगी, जो उनकी आय बढ़ाने में मददगार सिद्ध होगी
- अन्नदाता किसानों के जीवन में खुशहाली लाने के लिए किसान कल्याण मिशन संचालित किया जा रहा
- वर्तमान सरकार कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य रही है
- जय किसान के नारे को प्रधानमंत्री जी ने सार्थकता प्रदान की
- केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा किसानों के हितों में अनेक फैसले लिए गये, जिसके कारण किसान विकास की मुख्यधारा से जुड़ा
- वर्तमान राज्य सरकार ने अपनी पहली कैबिनेट में ही लघु एवं सीमान्त कृषकों के 01 लाख रु0 तक के फसली ऋण को माफ करने का काम किया
- वर्तमान सरकार द्वारा जितना गन्ना मूल्य का भुगतान किया गया है, उतना तो कई राज्यों का बजट भी नहीं है
- राज्य सरकार द्वारा प्रत्येक विकासखण्ड में एफ0पी0ओ0 का गठन किया जा रहा
- प्रदेश के कृषि विश्वविद्यालय व 89 कृषि विज्ञान केन्द्र किसानों के लिए कार्य कर रहे हैं, जिससे खेती में आमूल-चूल परिवर्तन आया
- बड़े गोदाम बनाने के लिए केन्द्र सरकार सब्सिडी भी प्रदान कर रही है
- मुख्यमंत्री ने कृषि प्रदर्शनी का अवलोकन किया
- उन्नत किसान और आत्मनिर्भर उ0प्र0 बनाने की दिशा में पहली बार प्रदेश के सभी 825 विकास खण्डों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा: कृषि मंत्री
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि वर्तमान सरकार कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य रही है। किसानों को शासन की योजनाओं से लाभान्वित कराने के लिए प्रदेश के सभी विकास खण्डों में किसान कल्याण मिशन शुरू किया जा रहा है। वृहद कृषि मेले के इस कार्यक्रम से किसानांे को आधुनिक खेती के विषय मंे उपयोगी जानकारी मिलेगी, जो उनकी आय बढ़ाने में मददगार सिद्ध होगी।
मुख्यमंत्री जी आज यहां ग्राम दादूपुर, विकास खण्ड सरोजनी नगर में किसान कल्याण मिशन का शुभारम्भ करने के पश्चात अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने 99 कृषि कल्याण केन्द्रों का उद्घाटन किया। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने कृषि प्रदर्शनी का उद्घाटन कर अवलोकन भी किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2014 से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रयासों के फलस्वरूप किसान राजनीति के एजेण्डे में आया। वर्ष 2014 के पूर्व किसानों को हाशिये पर रखा गया था। अब किसान खुशहाली की तरफ बढ़ रहे हैं। केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा किसानों के हितों में अनेक फैसले लिए गये, जिसके कारण किसान विकास की मुख्यधारा से जुड़ा है। प्रधानमंत्री जी का मानना है कि जब किसान खुशहाल होगा तो देश खुशहाल होगा। अन्नदाता किसानों के जीवन में खुशहाली लाने के लिए किसान कल्याण मिशन संचालित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी नेे कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने अपनी पहली कैबिनेट में ही लघु एवं सीमान्त कृषकों के 01 लाख रुपये तक के फसली ऋण को माफ करने का काम किया। गन्ना किसानों को 01 लाख 15 हजार करोड़ रुपये का रिकाॅर्ड गन्ना मूल्य भुगतान किया तथा बन्द चीनी मिलों को पुनः संचालित कर उनकी क्षमता का विस्तार भी किया गया। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा जितना गन्ना मूल्य का भुगतान किया गया है, उतना तो कई राज्यों का बजट भी नहीं है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्षाें से लम्बित पड़ी सिंचाई परियोजनाओं को पूरा करने का काम किया जा रहा है। सिंचाई परियोजनाओं के पूरा हो जाने पर 25 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचन की बढ़ोत्तरी होगी। उन्होंने कहा कि किसान हित में ईमानदारी से योजनाएं लागू की गयी हैं। प्रदेश के सभी जनपदों में मृदा स्वास्थ्य कार्ड और मृदा प्रयोगशाला की सुविधा प्रदान की गयी है। प्रदेश के कृषि विश्वविद्यालय व 89 कृषि विज्ञान केन्द्र किसानों के लिए कार्य कर रहे हैं। इससे खेती में आमूल-चूल परिवर्तन आया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रत्येक विकासखण्ड में एफ0पी0ओ0 का गठन किया जा रहा है। एफ0पी0ओ0 के गठन से सभी विकासखण्डों में बड़े-बड़े गोदाम होंगे, जिससे प्रोक्योरमेन्ट अधिक से अधिक किया जा सकेगा। बड़े-बड़े गोदाम बनाने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा सब्सिडी भी प्रदान की जा रही है। प्रदेश सरकार द्वारा अब तक 53 लाख मीट्रिक टन धान का प्रोक्योरमेन्ट किया गया है। यह अगले माह तक जारी रहेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के माध्यम से प्राकृतिक आपदा से प्रभावित फसल का मुआवजा किसान को उपलब्ध कराया जा रहा है। प्रधानमंत्री कृषि योजना से हर खेत को पानी उपलब्ध कराया गया है। कृषकों को वैज्ञानिक तकनीक से भी जोड़ा जा रहा है, जिसके अन्तर्गत ड्रिप इरीगेशन को प्रोत्साहित किया जा रहा है। यह वह पद्धतियां हैं, जो किसानों की लागत कम करने और उत्पादकता को बढ़ाने में मददगार साबित हो रही हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की संकल्पना को साकार करने के लिए आवश्यक है कि समाज के सभी वर्गाें का सर्वांगीण विकास हो। जय किसान के नारे को प्रधानमंत्री जी ने सार्थकता प्रदान करने का कार्य किया है। स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट के अनुरूप न्यूनतम समर्थन मूल्य में प्रधानमंत्री जी ने डेढ़ गुना वृद्धि का कार्य किया। किसानों को शोषण व सूदखोरों से मुक्ति दिलाने के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना को संचालित किया गया है। इस योजना से 02 करोड़ 35 लाख कृषकों को लाभान्वित किया गया है। वर्ष 2022 तक किसानों की आमदनी को दो गुना करने का जो लक्ष्य रखा गया है उसकी पूर्ति में यह समस्त कार्य उपयोगी सिद्ध होंगे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि दुग्ध उत्पादन में उत्तर प्रदेश अग्रणी स्थान रखता है। पशुओं को खुरपका और मुंहपका बीमारियों से बचाने के लिए पशु टीकाकरण का अभियान वृहद स्तर पर पहली बार पूरे प्रदेश में चल रहा है। टीकाकरण के माध्यम से दुधारू पशु निरोगी हो रहे हैं, जिससे उच्च गुणवत्ता का दुग्ध प्राप्त हो रहा है। इससे दूध की मांग विदेशों में भी बढ़ रही है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने 05 प्रगतिशील किसानों-श्री मुकेश कुमार, श्री शैलेन्द्र प्रताप सिंह, श्रीमती गीता देवी, श्री नरपति सुमन तथा श्रीमती मृदुला तिवारी को सम्मानित किया। इसके अलावा, मुख्यमंत्री जी ने 03 लाभार्थियों-सुश्री रिंकी, श्री मोहम्मद शमीम तथा श्री मंगल को किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत चेक प्रदान किया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने अपने कार्यांे से देश में अपनी अलग छवि बनायी है। उनके नेतृत्व में प्रदेश में किसानों के हितार्थ अनेक कार्य किये जा रहे हैं। उन्नत किसान और आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश बनाने की दिशा में पहली बार प्रदेश के सभी 825 विकास खण्डों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कृषि यंत्रों पर 80 प्रतिशत अनुदान किसानों को दिया जा रहा है। खाद्यान्न उत्पादन में उत्तर प्रदेश देश के अग्रणी राज्यों में है। जलशक्ति मंत्री डाॅ0 महेन्द्र सिंह, महिला कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती स्वाती सिंह तथा सांसद श्री कौशल किशोर ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव कृषि श्री देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 एवं सूचना श्री नवनीत सहगल, सूचना निदेशक श्री शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण तथा बड़ी संख्या में कृषकगण उपस्थित थे।