मुंबई के घाटकोपर होर्डिंग हादसे में एक इंजीनियर को गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी ढांचे के टिकाऊ होने संबंधी प्रमाणपत्र देने के आरोप में हुई है। होर्डिंग गिरने की घटना में 17 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 80 से अधिक लोग घायल हुए थे।
एक अधिकारी के अनुसार, अपराध शाखा ने रामकृष्ण संघु की भूमिका सामने आने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया। बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के पैनल में शामिल संघू ने होर्डिंग के लिए स्थिरता प्रमाण पत्र दिया था, जो 13 मई को तेज हवाओं और बेमौसम वर्षा के बीच पेट्रोल पंप पर गिर गया था।
नींव की गहराई कम होने से हुआ हादसा
ईगो मीडिया प्राइवेट लिमिटेड ने जीआरपी के कब्जे वाले भूखंड पर होर्डिंग लगाई थी। अधिकारी ने बताया कि होर्डिंग लगाते समय नींव कम से कम 20 फुट गहरी होनी चाहिए थी, लेकिन यह कमजोर थी। उन्होंने बताया कि आपत्ति जताने के बजाय संघू ने इसके लिए प्रमाण पत्र जारी कर दिया।
संघू को शुक्रवार को अदालत में पेश किया जाएगा। होर्डिंग गिरने की घटना के तीन दिन बाद ईगो मीडिया के निदेशक भावेश भिडे को राजस्थान के उदयपुर से गिरफ्तार किया गया। वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में है।