मुंबई में नौसेना के पूर्व अधिकारी मदन शर्मा से मारपीट मामले में गिरफ्तार सभी आरोपियों को जमानत मिल गई है. सभी आरोपियों को 5 हजार रुपये के मुचलके पर जमानत मिली है. कोरोना महामारी के दिशानिर्देशों को ध्यान में रखते हुए यह जमानत दी गई है.
वहीं नौसेना के पूर्व अधिकारी मदन शर्मा पर हमले के केस में अब तक छह लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं. लेकिन मदन शर्मा के परिजन इस गिरफ्तारी से संतुष्ट नहीं थे.
मदन शर्मा के बेटे सन्नी शर्मा ने कहा कि इन गिरफ्तारियों से हम संतुष्ट नहीं हैं. हम महाराष्ट्र में सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं. महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू किया जाना चाहिए और दोबारा चुनाव होना चाहिए. सन्नी शर्मा ने कहा कि मेरे पिता पूर्व नौसैनिक हैं लेकिन कायर भीड़ ने उन्हें निशाना बनाया.
इस बीच, मदन शर्मा के समर्थन में पूर्व सैनिकों के संगठन क्रांति फेडरेशन आया है. घायल मदन शर्मा अभी एक अस्पताल में भर्ती हैं. फेडरेशन के सदस्यों ने अस्पताल में मदन शर्मा से मुलाकात की और कहा वह इस मसले पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के सामने इस मुद्दे को उठाएंगे.
क्रांति फेडरेशन के सदस्यों ने कहा कि हम इन लोगों को जवाब दे सकते हैं लेकिन हम कानून को हाथ में नहीं लेना चाहते हैं. राजनीति में पूर्व सैनिकों को न खींचें. हम सीमाओं की रक्षा करना चाहते हैं.
बता दें कि मुंबई में नौसेना के पूर्व अधिकारी पर हमला मामले में पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया था. पहले समता नगर पुलिस ने शिवसेना के दो कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार लोगों में एक शिवसेना का शाखा प्रमुख कमलेश कदम भी है. कमलेश कदम के अलावा शिवसेना के दूसरे का कार्यकर्ता का नाम है संजय मांजरे है.