फरवरी और मार्च माह में हुई बर्फबारी के बाद से औली पर्यटकों से गुलजार हो गई है। इन दिनों प्रतिदिन औली में लगभग 200 पर्यटक पहुंच रहे हैं। मार्च माह में मैदानी क्षेत्रों में गर्मी ने दस्तक देनी शुरू कर दी है और ऐसे में औली में बर्फ का लुत्फ उठाने के लिए यहां पर्यटकों के पहुंचने का सिलसिला जारी है। सैलानी बर्फ का जमकर लुत्फ उठा रहे हैं।
बीते जनवरी माह में बर्फबारी न होने से पर्यटन व्यवसायी मायूस हो गए थे लेकिन फरवरी और मार्च माह में हुई अच्छी बर्फबारी से पर्यटन कारोबार को पंख लग गए हैं। इन दिनों औली चारों ओर से बर्फ से ढकी है।
दो दिनों से खिली चटख धूप से औली के सौंदर्य में भी निखार आ गया है। यहां पहुंच रहे पर्यटक भी खासे उत्साहित हैं। दिल्ली से यहां पहुंची पर्यटक नेहा ने बताया कि उन्होंने इंटरनेट पर औली के मौसम के बारे में सर्च किया तो यहां बर्फ होने की जानकारी मिली।
पहली बार इतनी बर्फ देखी है। उन्होंने बताया कि मैदानी क्षेत्रों में गर्मी पड़ने लगी है लेकिन यहां अभी काफी ठंड है। जोशीमठ-औली सड़क से बर्फ भी पिघल गई है जिससे पर्यटकों के वाहन भी आसानी से औली पहुंच रहे हैं।
पर्यटन व्यवसायियों का कहना है कि पर्यटकों की आवाजाही से कारोबार सही चल रहा है। वहीं, मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से उत्तरकाशी, चमोली और पिथौरागढ़ जिले के कुछ इलाकों समेत 3200 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बारिश के साथ बर्फबारी होने की संभावना जताई है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है अब बदलने वाले मौसम का तापमान पर कोई खास असर देखने को नहीं मिलेगा। मैदानी इलाकों के तापमान पर भी ज्यादा असर नहीं पड़ेगा।