बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती का आज 64वां जन्मदिन है। अपने जन्मदिन पर मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। मायावती ने कांशीराम को याद किया। मायावती ने पार्टी कार्यकर्ताओं से जनकल्याणकारी दिवस के रूप में अपना जन्मदिन मनाने का आह्लान किया।
मायावती ने कहा कि कार्यकर्ता आज मेरा जन्मदिन जन कल्याणकारी दिवस के रूप में मना रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं को एक बार फिर से नववर्ष की शुभकामनाएं देना चाहती हूं।
मायावती ने बसपा प्रदेश मुख्यालय पर अपने 64 वें जन्मदिन पर पार्टी की ‘ब्लू बुक’ मेरे संघर्षमय जीवन व बीएसपी मूवमेंट का सफरनामा के 15 वें संस्करण का विमोचन किया। उन्होंने इसका अंग्रेजी संस्करण भी जारी किया। इसी तरह जिला स्तर पर बड़े स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
मायावती ने जन्मदिन के बहाने हमला भी किया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार कांग्रेस के रास्ते पर चल रही है। मायावती ने कहा कि मोदी राज में अर्थव्यवस्था बीमार हालत में है।
उन्होंने कहा कि 130 करोड़ लोगों के सामने रोजाना रोजी-रोटी का संकट हो रहा है। देशभर में भयंकर गरीबी और बेरोजगारी व्याप्त है। उन्होंने कहा कि देशभर में उद्योग धंधे चौपट हो गए हैं। बुरी तरह प्रभावित होने के चलते देश में अर्थव्यवस्था बीमार हालत में पहुंच गई है।
मायावती ने कहा कि इस वजह से आम जनता का जीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। केंद्र की नीतियां पूरी तरह से गलत है और इस वजह से देश में इस वक्त गरीबी, अशिक्षा और तनाव का माहौल है।
भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार भी कांग्रेस पार्टी की राह पर चल रही है। यह राजनीतिक लाभ के लिए अपनी शक्तियों का दुरुपयोग कर रहा है। सरकार की गलत नीतियों के कारण देश भर में अशांति और कानून व्यवस्था बिगड़ गई है, जो राष्ट्रीय चिंता का विषय है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मायावती ने कहा कि भाजपा की इन्हीं कमियों के चलते कांग्रेस इसका फायदा उठा रही है। बहुजन समाज पार्टी इन हालातों को लेकर काफी चिंतित है।
मायावती ने कहा कि पूरे देश में किसानों की हालत खराब है। भाजपा की केंद्र और राज्य की सरकार गरीबों के खिलाफ ही काम कर रही है। बसपा देश की गरीब जनता के साथ है।
मायावती ने लखनऊ और नोएडा में आयुक्त प्रणाली लागू होने पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि यूपी में कानून और व्यवस्था की स्थिति सुधरने वाली है। भाजपा में कई आपराधिक तत्व हैं, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। यूपी में कानून का राज नहीं है, ‘जंगल राज’ है।