आम्रपाली समूह की मुश्किलों में अब और इजाफा हो गया है। हजारों ठगे हुए खरीददारों के बाद अब भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने सर्वोच्च अदालत का दरवाजा खटखटाया है। छह साल तक आम्रपाली समूह के ब्रांड एंबैसडर रहे महेंद्र सिंह धौनी ने कंपनी पर 40 करोड़ रुपये का बकाया न चुकाने का आरोप लगाया है। धोनी ने सर्वोच्च न्यायालय से अपने बकाये के एवज में समूह की कुछ जमीन अपने लिए सुरक्षित रखने की अपील की है।
उल्लेखनीय है कि साल 2009 में महेंद्र सिंह धोनी आम्रपाली समूह के ब्रांड एंबैसडर बने थे। धोनी छह साल तक समूह के साथ जुड़े रहे, लेकिन साल 2016 में जब कंपनी पर खरीददारों को ठगने का आरोप लगा, तब उन्होंने आम्रपाली से खुद को अलग कर लिया।
फिलहाल सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद आम्रपाली समूह के सीएमडी अमिल शर्मा के अलावा दो डायरेक्टर शिव प्रिय और अजय कुमार पुलिस हिरासत में हैं।
आपको बता दें कि सर्वोच्च न्यायालय में आम्रपाली समूह के खिलाफ धोखाधड़ी के मामले में सुनवाई चल रही है। आम्रपाली समूह पर हजारों खरीददारों को घर न देने का आरोप लगा है। जिसके बाद यह मामला सर्वोच्च अदालत के पास पहुंचा। इसके बाद अदालत ने समूह की सभी संपत्तियों को जब्त करने का आदेश सुनाया है।