नई दिल्ली. कश्मीर घाटी में एंटी-टेरर ऑपरेशन में सबसे बड़ा सरदर्द बने पत्थरबाजों ने नया पैंतरा दिखाया है. पत्थरबाजों ने अब हिजाबधारी महिलाओं को आगे कर दिया है ताकि सुरक्षा-बल उन पर कोई जवाबी कार्रवाई न कर पाएं.
अब महिला पत्थरबाजों से निपटने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने योजना तैउयार कर ली है. गुरुवार को कश्मीर के लिए प्रधानमंत्री द्वारा घोषित किए गए पैकेज की समीक्षा करते हुए केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इस बात की जानकरी दी कि पत्थरबाजों से निपटने के लिए अब सुरक्षाबलों में महिला बटालियन बनाई जाएगी.
केंद्रीय गृह मंत्रलाय के योजना के अनुसार: –
महिला बटालियन केंद्र सरकार द्वारा गठित के गई पांच IRB में से एक होगी. – इस बटालियन में 5,00 पोस्ट हैं, इस बटालियन में शामिल होने के लिए अबतक 1,40,000 कैंडिडेट्स के एप्लीकेशन आ चुके हैं – इनमे से 6,000 सिर्फ फीमेल कैंडिडेट्स ने अप्लाई किया है. – इस ट्रेंड को देखते हुए ही गृह मंत्रालय ने महिलाओं की अलग बटालियन बनाने का फैसला लिया है. – आईआरबी की हर बटालियन को बनाने के लिए लगभग 61 करोड़ रुपए खर्चा आएगा, जिसमें से कुल खर्च का 75 फीसदी केंद्र सरकार देगी. – फीमेल सिक्यूरिटी पर्सनल को मुख्य रूप से कश्मीर घाटी में पथराव और लॉ एंड आर्डर से जुड़ी ड्यूटी में तैनात किया जाएगा.