लाेकसभा चुनाव का बिगुल बजते ही पंजाब में राजनीतिक दलों में हलचल तेज हो गई है। अमृतसर सीट को लेकर भी गतिविधियों में तेजी आ गई। पिछले लोकसभा चुनाव की तरह इस बार भी यह सीट वीवीआइपी बन सकता है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह से मुलाकात कर उनको अमतृसर सीट से चुनाव लड़ने का न्योता दिया है।
बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनाव में अमृतसर सीट से कांग्रेस की ओर से कैप्टन अमरिंदर सिंह और भाजपा के अरुण जेटली के बीच मुकाबला हुआ था। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जीत हासिल की थी। बाद में मुख्यमंत्री बनने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने लाेकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इसके पश्चात हुए उपचुनाव में कांग्रेस के गुरजीत सिंह औजला जीते।
पंजाब कांग्रेस की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को अमृतसर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की अपील की जा रही थी। अब खुद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने डॉ. मनमाेहन सिंह से मुलाकात की। उनके साथ प्रदेश प्रभारी आशा कुमारी और प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ भी मौजूद थे। स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक के बाद कैप्टन की अगुवाई में सभी नेता डॉ. मनमोहन सिंह से मिले।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने डॉ. मनमाेहन सिंह को अमृतसर लोकसभा सीट से से चुनाव लड़ने का न्योता दिया। बताया जा रहा है कि मनमोहन सिंह ने अपनी सेहत का हवाला दिया है। कैप्टन और अन्य नेताओं ने उनसे अपील की कि पंजाब में चुनाव अंतिम चरण में हैं, इसलिए प्रस्ताव पर विचार कर लें।
गौरतलब है कि असम से राज्यसभा सदस्य डॉ. मनमोहन सिंह का कार्यकाल जून में खत्म हो रहा है। चर्चा है कि पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने डॉ. मनमोहन सिंह के लिए अपनी राज्यसभा सीट छोड़ने का प्रस्ताव रखा है। अगर बाजवा सीट छोड़ते हैं, तो पार्टी को उन्हें लोकसभा चुनाव लड़वाना होगा, जबकि अभी सुनील जाखड़ गुरदासपुर से सांसद हैं।
ऐसी स्थिति में संभव है कि बाजवा अमृतसर की सीट पर दावा जताएं। हालांकि, बाजवा के संबंध न तो सुनील जाखड़ के साथ मधुर हैं और ही मुख्यमंत्री से। अब देखना होगा कि क्या डॉ. मनमोहन सिंह अमृतसर सीट से चुनाव लड़ते हैं या नहीं।