महाराष्ट्र के ठाणे जिले की पुलिस ने वहां के स्थानीय लोगों को सचेत किया है कि शादी समारोह या दूसरे सामाजिक कार्यक्रमों से लौटन के समय सावधानी बरतें। ऐसा इसलिए क्योंकि मध्यप्रदेश के चोरों का गिरोह ठाणे में सक्रिय है, जो कीमती चीजों को चुराने में बच्चों का इस्तेमाल करता है।
डीसीपी डॉक्टर विनय राठौड़ ने गुरुवार को कहा कि इस गिरोह के ज्यादातर सदस्य मध्यप्रदेश के राजगढ़ से हैं, जो शादी समारोह के दौरान ज्वेलरी जैसी कीमती चीजें चुराते हैं। उन्होंने आगे कहा कि इस समूह के पास कोई स्थानीय संपर्क नहीं है, इसलिए ये चोरी करने के लिए सात से दस साल के बच्चों का इस्तेमाल करते हैं।
इस रणनीति के पीछे का उद्देश्य यह है कि बच्चों पर कोई चोरी करने का शक नहीं कर पाता है। चोरी करने के लिए ये बच्चे भीड़ का हिस्सा बन जाते हैं। फोन के जरिए इन बच्चों को गाइड किया जाता है। डीसीपी राठौड़ ने आगे कहा कि इसलिए इलाके के लोगों को शादी जैसे सार्वजनिक समारोह में ज्यादा सचेत होने की जरूरत है।
एक दूसरे अधिकारी ने बताया कि 30 नवंबर को कुछ अज्ञात लोगों ने एक शादी के दौरान दुल्हन के 19 लाख रुपये के मूल्य के आभूषण चोरी किए थे। उन्होंने आगे बताया कि कसारवाडावली पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 370 (चोरी) के तहत एक शिकायत दर्ज की गई।
पुलिस की माने तो इस चोरी में मध्यप्रदेश का एक गिरोह शामिल है। उन्होंने कहा कि अभी इस मामले में पुलिस ने कोई गिरफ्तारी नहीं की है लेकिन पुलिस ने हाल ही में मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के गुलखेड़ी गांव में एक छापेमारी के दौरान चोरी किए गए लगभग सभी आभूषण जब्त कर लिए हैं।