महाराष्ट्र के नांदेड़ में एक साधु और उसके एक सेवादार की हत्या के मामले में पुलिस ने साईंनाथ लंगोटे नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया है.
पुलिस के मुताबिक, हत्या की वजह लूटपाट ही बनी. आरोपी साधु का भक्त भी बताया जा रहा है लेकिन लूटपाट के चक्कर में साधु की हत्या कर डाली. वारदात नांदेड़ के उमरी तालुका के नागठाना इलाके की है.
नांदेड़ के एसपी विजय कुमार मगर ने बताया कि साधु के ऊपर मिर्ची पाउडर डालकर गला दबाकर हत्या की गई. हत्या के बाद आरोपी शव के साथ भागने की फिराक में था.
वह गाड़ी में साधू का शव ले जा रहा था. जब गाड़ी मठ के गेट पर टकराई तो वह फरार हो गया. आरोपी साधु के पैसे और लैपटॉप सब लेकर भाग रहा था.
पुलिस इसमें दूसरे एंगल की भी जांच कर रही है. आरोपी शव लेकर क्यों भाग रहा था, इसकी भी जांच की जा रही है. प्राथमिक पूछताछ में आरोपी ने बताया है कि उसने लूटपाट के इरादे से वारदात को अंजाम दिया. क्या गांव वालों की साधु के साथ कोई रंजिश थी, इस एंगल से भी जांच की जा रही है.
बीती रात साधु की हत्या की वारदात हुई. साधु बालब्रह्मचारी शिवाचार्य की हत्या की गई और शिवाचार्य के अलावा गांव के ही भगवान शिंदे नाम के शख्स की भी लाश मिली है.
भगवान शिंदे, शिवाचार्य के सेवादार बताए जा रहे हैं. नांदेड़ पुलिस के मुताबिक, रात 12 से साढ़े 12 बजे के बीच इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया.
इस घटना के बाद राजनीति भी शुरू हो गई है. पिछले एक महीने के अंतराल में ये साधु के हत्या की दूसरी घटना है. इससे पहले पालघर में भी साधुओं की हत्या कर दी गई थी.
बीजेपी ने राज्य की उद्धव ठाकरे सरकार पर निशाना साधा है. बीजेपी का कहना है कि एक महीने के अंतराल में ही ये दूसरे साधु की हत्या हुई है. सरकार ने सुनिश्चित करे कि दोषियों को जल्द से जल्द सजा हो.
बीजेपी नेता राम कदम ने साधु की हत्या पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हो गयी है. नांदेड़ में साधु की हत्या से संत समाज आहत है.