महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने सोमवार को कहा कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार स्थिर है। राज्य विधानमंडल के निचले सदन में उसे बहुमत हासिल है। नार्वेकर ने कहा कि वह शिवसेना के प्रतिद्वंद्वी गुटों की ओर से दायर अयोग्यता याचिकाओं पर उच्चतम न्यायालय की ओर से निर्धारत समय सीमा के भीतर निर्णय लेंगे।
संजय राउत पर निशाना
यहां से लगभग 500 किमी दूर सिंधुदुर्ग जिले में मीडियाकर्मियों से बातचीत में उन्होंने शिवसेना-भाजपा-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार गुट) सरकार की स्थिरता पर सवाल उठाने वाले बयान देने के लिए शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत पर निशाना साधा। सत्तारूढ़ गठबंधन सरकार के अस्थिर होने के राउत के दावे के बारे में पत्रकारों के पूछे जाने पर नार्वेकर ने कहा, राज्य सरकार के पास जादुई आंकड़ा (145 से अधिक विधायकों का समर्थन) मौजूद है। लोगों को ऐसी टिप्पणियां नहीं करनी चाहिए।
महाराष्ट्र विधानसभा में सदस्यों की संख्या 288 है और सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी या गठबंधन को कम से कम 145 विधायकों के समर्थन की आवश्यकता होती है।
जालना हिंसा के पीछे पवार गुट और उद्धव गुट के नेता
महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ दल शिवसेना ने सोमवार को आरोप लगाया कि जालना जिले में मराठा आरक्षण आंदोलन के केंद्र अंतरवली सारती गांव में सितंबर में हुई हिंसा के पीछे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शरद पवार की अगुवाई वाले धड़े और शिवसेना (यूबीटी) के नेता थे।
हिंसक भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया
मराठा आरक्षण आंदोलन के कार्यकर्ता मनोज जरांगे को अस्पताल में भर्ती कराने के खिलाफ विरोध के बीच पुलिस ने एक सितंबर को जालना जिले में अंबाद तहसील के धुले-सोलापुर मार्ग पर हिंसक भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया था और आंसू गैस के गोले दागे थे। शिवसेना में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाले गुट के प्रवक्ता संजय शिरसाट ने संवाददाताओं से बातचीत में दोनों दलों के नेताओं पर दंगे में शामिल होने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि हिंसा फैलाने की ‘सुपारी’ दी गई थी और पुलिस के गिरफ्तार किए गए एक व्यक्ति के पास रिवाल्वर मिला था। उन्होंने आरोप लगाया, शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने पहले बयान दिया था कि महाराष्ट्र में हिंसा हो सकती है। जब अंतरवली सारती गांव में घटना घटी थी तब राकांपा (शरद पवार गुट) के एक नेता जालना अतिथि गृह में मौजूद थे। उन्होंने कहा कि चूंकि जांच चल रही है, ऐसे में वह उन नेता का नाम नहीं बताएंगे जो अतिथि गृह में मौजूद थे।