पार्टी कार्यकर्ताओं की एक सभा को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के ऊर्जावान अभियान का जिक्र करते हुए कहा, हाल के लोकसभा चुनावों के दौरान महाराष्ट्र में पीएम मोदी को कठिन समय दिया गया। मोदी को महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए आना चाहिए।
शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एनसीपी (सपा) नेता अनिल देशमुख द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद बुधवार को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर हमला बोला। इस दौरान उन्होंने पूर्व सहयोगी फडणवीस को चुनौती देते हुए कहा कि या तो तुम वहां रहोगे या मैं। इस दौरान ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी आगामी विधानसभा चुनावों में प्रचार करने के लिए एक बार फिर महाराष्ट्र आने की चुनौती दी। लोकसभा में भाजपा के खराब प्रदर्शन के बाद उद्धव काफी विश्वास में दिख रहे हैं।
पार्टी कार्यकर्ताओं की एक सभा को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के ऊर्जावान अभियान का जिक्र करते हुए कहा, हाल के लोकसभा चुनावों के दौरान महाराष्ट्र में पीएम मोदी को कठिन समय दिया गया। मोदी को महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए आना चाहिए। बता दें कि महा विकास अघाड़ी में एनसीपी (सपा) और कांग्रेस के साथ ठाकरे की भी पार्टी एक घटक दल है।
ठाकरे ने कहा कि लोगों में गुस्सा है और मुसलमानों और ईसाइयों ने बड़ी संख्या में उनकी शिव सेना (यूबीटी) का समर्थन किया है। उन्होंने सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन पर मुंबई को लूटने का भी आरोप लगाया। उद्धव ने कहा कि बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) को आर्थिक रूप से कमजोर किया जा रहा है। इसका पैसा मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) और महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम लिमिटेड (एमएसआरडीसी) जैसी अन्य बुनियादी ढांचा एजेंसियों को दिया जा रहा है। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कसम खाई कि सत्ता में लौटने के बाद, एमवीए सरकार एमएमआरडीए को खत्म कर देगी, ठाकरे ने कसम खाई।
बता दें कि देशमुख ने हाल ही में फडणवीस पर आरोप लगाया था कि उपमुख्यमंत्री ने उन्हें और उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य को सलाखों के पीछे डालने की योजना बनाई थी। देशमुख का कहना है कि वह सब कुछ सहन करने के बाद, अब दृढ़ संकल्प के साथ खड़े हैं। पूर्व गृह मंत्री देशमुख ने आरोप लगाया था कि फडणवीस के एक ‘मध्यस्थ’ ने उनसे तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और मंत्री आदित्य ठाकरे सहित महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार के महत्वपूर्ण लोगों के खिलाफ हलफनामा देने के लिए कहा था। ताकि खुद मुकदमेबाजी में न उलझें। फडणवीस ने तुरंत आरोप से इन्कार कर दिया।
साथ ही ठाकरे के हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह अपने आप किसी को परेशान नहीं करते हैं, लेकिन अगर कोई मेरे साथ खिलवाड़ करता है, तो मैं उसे भी नहीं बख्शता हूं।