मलेशिया के नव-नियुक्त प्रधानमंत्री इस्माइल साबरी याकूब (smail Sabri Yaakob) को कोरोना संक्रमित शख्स के संपर्क में आने के बाद क्वारंटाइन किया गया है। हालांकि, कार्यालय द्वारा जारी की गई जानकानी में साफ नहीं है कि प्रधानमंत्री कितने दिन क्वारंटाइन रहेंगे। इस रिपोर्ट में यह भी साफ नहीं है कि प्रधानमंत्री को कोरोना हुआ है या नहीं।
अगस्त महीने की शुरूआत में प्रधानमंत्री पद पर ली थी शपथ
बता दें इस्माइल साबरी ने इस महीने की शुरुआत में प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी। उन्होंने पूर्व पीएम मुहिद्दीन यासीन (Muhyiddin Yassin) की जगह ली, जिन्होंने संसद में बहुमत हासिल करने में विफल रहने के बाद इस्तीफा दे दिया था।
2018 में वित्तीय प्रकरण के चलते गंवाई थी कुर्सी
याकुब के प्रधानमंत्री बनने के साथ ही मलेशिया में लंबे समय तक सत्ता में रहे राजनीतिक दल की फिर से वापसी हो गई है। नए पीएम उस यूएनएमओ पार्टी के हैं जिसे करोड़ों रुपये के वित्तीय प्रकरण के चलते 2018 में सत्ता गंवानी पड़ी थी। यह पार्टी 1957 में ब्रिटेन से आजादी मिलने के बाद से 2018 तक सत्ता में रही।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मुहिउद्दीन के गठबंधन को जारी रखने के लिए इस्माइल की नियुक्ति जरूरी थी। इस्माइल के प्रधानमंत्री नियुक्त होने के बाद देश में यूनाइटेड मलयज नेशनल आर्गनाइजेशन फिर से सत्ता में लौट आया है। मलयेशिया में सुल्तान की भूमिका काफी औपचारिक होती है, लेकिन वह उस शख्स को नियुक्त करता है जिसे वह मानता है कि संसद में उसे पीएम के रूप में बहुमत का समर्थन हासिल है।
गौरतलब है कि इस्माइल की उम्मीदवारी का विरोध करने वाले मलयेशिया के लोगों ने एक आनलाइन याचिका शुरू की है। इसमें अब तक 3,40,000 से अधिक हस्ताक्षर कर चुके है। कई लोगों का मानना है कि इस्माइल की नियुक्ति यथास्थिति को बरकरार रखेगी और देश में किसी भी तरह के सुधार की गुंजाइश नहीं रहेगी।