मनोरंजन जगत के मशहूर कपल नयनतारा और विग्नेश शिवन कुछ दिनों पहले ही माता-पिता बने हैं। दोनों 2 बेटों के माता-पिता बने हैं। हालांकि इस खुशखबरी के पश्चात् से काफी हंगामा हुआ। ऐसा कहा जा रहा था कि दोनों ने सरोगेसी के नियम तोड़े हैं। दरअसल इसी वर्ष जनवरी से सरोगेसी को भारत में प्रतिबंधित कर दिया है। वहीं दोनों सितारों ने जून में शादी की तो इसी कारण ऐसा कहा जाने लगा कि हो सकता है कि दोनों ने सरोगेसी के नियम तोड़े हों। मगर अब कन्फर्म हो गया है कि दोनों ने कोई नियम नहीं तोड़े हैं।

दरअसल, रिपोर्ट्स के अनुसार, राज्य सरकार की टीम का कहना है कि दोनों ने कोई नियम नहीं तोड़े हैं। तमिलनाडु सरकार ने 3 मेंबर का पैनल बनाया था जिन्हें हेल्थ एवं फैमिली वेल्फेयर डिपार्टमेंट्स से चुना गया था जिन्हें जांच करना था कि कहीं सरोगेसी के नियम तो नहीं तोड़े गए विग्नेश तथा नयनतारा के माध्यम से। हालांकि कई रिपोर्ट्स के अनुसार, पैनल ने कपल को दोषमुक्त करते हुए बुधवार को अपनी रिपोर्ट दी है। हालांकि, रिपोर्ट में सरोगेसी की सुविधा देने वाले हॉस्पिटल पर ब्लेम लगाया है। रिपोर्ट के अनुसार पैनल ने कहा, ‘जब हमने चिकित्सकों से बात की जिन्होंने कपल का ट्रीटमेंट किया, इससे पता चला कि कपल के परिवार के डॉक्टर ने 2020 में सिफारिश का एक पत्र प्रदान किया था जिसके आधार पर उपचार प्रदान किया गया था।’ टीम ने कहा कि वे अब तक फैमिली डॉक्टर से बात नहीं कर पाए हैं क्योंकि वे भारत से बाहर हैं।
रिपोर्ट में बताया गया है कि सरोगेट मां ने नवंबर 2021 में कपल के साथ एक अग्रीमेंट किया था तथा इस वर्ष मार्च में भ्रूण को उनमें रखा गया। वहीं अक्टूबर में उनके बच्चों का जन्म हुआ। कमर्शियल सरोगेसी भारत में सरोगेसी रेगुलेशन एक्ट 2021 के तहत प्रतिबंधित कर दिया जो बीते वर्ष ही लागू हुआ। तो उनके टाइमलाइन को देखते हुए नयनतारा एवं विग्नेश ने इस प्रोसेस को आरम्भ किया तब ये भारत में लीगल था।
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