महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने राज ठाकरे और देवेंद्र फडणवीस के बीच हुई मुलाकात को राजनीतिक चश्मे से न देखने की अपील की। उन्होंने कहा कि राज्य में संवाद बनाए रखना एक परंपरा है।
मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने गुरुवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की। इससे महाराष्ट्र की राजनीतिक हलकों में अटकलों का दौर शुरू हो गया। मुलाकात उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) और राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के बीच बेस्ट कर्मचारी सहकारी ऋण समिति के चुनावों में बुधवार को हुए पहले संयुक्त चुनावी मुकाबले के बाद हुई।
चुनाव में दोनों पार्टियों का संयुक्त पैनल एक भी पद नहीं जीत पाया। फडणवीस ने दोनों पार्टियों पर ‘ठाकरे ब्रांड’ के इर्द-गिर्द क्रेडिट सोसाइटी के चुनावों का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया था। राज्य में आगामी स्थानीय निकाय चुनावों के लिए शिवसेना (यूबीटी) और मनसे के बीच संभावित गठबंधन की चर्चाएं भी चल रही हैं। खासकर तब जब ठाकरे भाइयों ने पिछले महीने मराठी पहचान और राज्य में हिंदी भाषा थोपने के मुद्दे पर एक राजनीतिक मंच साझा किया था।
इस बीच महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने राज ठाकरे और देवेंद्र फडणवीस के बीच हुई मुलाकात को राजनीतिक चश्मे से न देखने की अपील की। उन्होंने कहा कि राज्य में संवाद बनाए रखना एक परंपरा है। वर्धा में पत्रकारों से बात करते हुए पवार ने कहा, ‘कई नेता एक-दूसरे के साथ-साथ मुख्यमंत्री से भी मिलते हैं, चाहे वे सत्ता में हों या नहीं। एक-दूसरे के साथ संवाद बनाए रखना राज्य की परंपरा है। इस मुलाकात को राजनीतिक रंग देने की कोई जरूरत नहीं है।’