महाराष्ट्र में अंधेरी (पूर्व) विधानसभा सीट पर आगामी उपचुनाव को लेकर राजनीतिक गलियारों में हलचल है। इस उपचुनाव के लिए बीते शुक्रवार को उद्धव ठाकरे गुट की उम्मीदवार ऋतुजा रमेश लटके और भाजपा-शिंदे गुट गठबंधन से मुरजी पटेल ने अपना नामांकन दाखिल किया था।
चंद्रशेखर बावनकुले ने नागपुर में किया ऐलान
इस बीच रविवार को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे (Raj Thackeray) ने रविवार को उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) को पत्र लिखा। इसमें उन्होंने दिवंगत विधायक रमेश लटके के सम्मान में भाजपा से इस उपचुनाव के लिए अपनी पार्टी से उम्मीदवार नहीं उतारने का आग्रह किया। इसे लेकर अब भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले (Chandrashekhar Bawankule) ने नागपुर में घोषणा की है कि पार्टी मुंबई के अंधेरी पूर्व विधानसभा उपचुनाव नहीं लड़ेगी और इसी के साथ उनके उम्मीदवार मुरजी पटेल भी अपना नामांकन वापस ले लेंगे।
उन्होंने कहा, ‘हमें अपनी जीत पर पूरा यकीन था। हालांकि, भाजपा राज्य में ऐसा लंबे समय से करती आई है। यह लोगों के लिए एक उदाहरण है कि जीतते हुए भी हमने अपना नामांकन वापस ले लिया। यह देवेंद्र फडणवीस की तरफ से लिया गया एक बेहतरीन फैसला है।’
उद्धव के समर्थन में आए राज
मालूम हो कि उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे रिश्ते में चचेरे भाई हैं और दोनों को एक-दूसरे का विरोधी माना जाता है। लेकिन मुंबई की अंधेरी ईस्ट विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव पर उनका अपने भाई का साथ खड़ा होना चौंकाने वाला है। बीते रविवार को उन्होंने उद्धव गुट की प्रत्याशी ऋतुजा लटके का समर्थन करते हुए फडणवीस को पत्र लिखकर कहा था कि भाजपा को इस चुनाव में अपने किसी उम्मीदवार को नहीं उतारना चाहिए जिससे कि ऋतुजा को जीत मिल सके।
रमेश बेहतरीन कार्यकर्ता थे: राज ठाकरे
उन्होंने कहा कि ऋतुजा अपने दिवंगत पति के स्थान पर चुनाव लड़ रही हैं। मालूम हो कि इसी साल की शुरुआत में रमेश लटके का निधन हो गया था। राज ठाकरे लिखते हैं, ‘अगर भाजपा ऐसा करती है तो सह उनके प्रति एक सच्ची श्रद्धांजलि होगी। ऐसा करना भी महाराष्ट्र की महान संस्कृति का हिस्सा बनना ही होगा। मुझे उम्मीद है कि आप मेरा निवेदन मानेंगे।’ इसके साथ ही राज ठाकरे ने यह भी लिखा, ‘रमेश लटके एक बहुत ही अच्छे कार्यकर्ता थे।’
इस दौरान देवेंद्र फडणवीस ने स्वीकार किया कि राज ठाकरे ने उन्हें पत्र लिखा है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि किसी फैसले पर पहुंचने से उन्हें पार्टी नेतृत्व से इस विषय पर चर्चा करनी होगी।