भाजपा ने मध्य प्रदेश के लिए चार राज्यसभा उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है। पार्टी ने केंद्रीय मंत्री एल. मुरुगन को दोबारा मध्य प्रदेश से राज्यसभा भेजने का फैसला किया है।
भाजपा ने मध्य प्रदेश के राज्यसभा उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है। राज्य की कुल पांच सीटों पर चुनाव हो रहे हैं। इसमें भाजपा के तीन और कांग्रेस के एक सीट पर जीत पक्की है। पांचवीं सीट के लिए कशमकश रहेगी। भाजपा ने डॉ. एल मुरुगन, उमेश नाथ महाराज, माया नारोलिया और बंसीलाल गुर्जर को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस की ओर से फिलहाल उम्मीदवार का इंतजार है।
कौन हैं भाजपा के उम्मीदवारः
- एल मुरुगनः केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय और सूचना और प्रसारण मंत्रालय में राज्य मंत्री हैं। सात जुलाई 2021 को उन्हें केंद्रीय राज्य मंत्री बनाया गया था। इससे पहले वे भाजपा की तमिलनाडु इकाई के प्रदेश अध्यक्ष थे। मुरुगन ने 2011 और 2021 में तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव लड़ा था लेकिन हारे थे। हालांकि, मद्रास हाईकोर्ट में भारत सरकार के स्थायी वकील बने। 2017 में उन्हें राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग का उपाध्यक्ष बनाया गया था। 12 मार्च 2020 को उन्हें भाजपा तमिलनाडु इकाई का प्रमुख बनाया गया। वह अरुंथथियार समुदाय से इस पद को संभालने वाले पहले व्यक्ति हैं। वह इस समय मध्य प्रदेश का ही प्रतिनिधित्व राज्यसभा में कर रहे थे।
- उमेश नाथ महाराजः उज्जैन के वाल्मीकि धाम आश्रम के पीठाधीश्वर हैं बाल योगी संत उमेश नाथ जी महाराज। अखिल भारतीय वाल्मिकी सनातन धर्म के राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के साथ ही वे वाल्मीकि समाज के बड़े संत हैं। उनके भक्त मध्य प्रदेश और राजस्थान में फैले हैं। इनसे आशीर्वाद लेने संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत से लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी पहुंच चुके हैं। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से लेकर मोहन यादव तक बाबा के आश्रम जाते रहे हैं। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी उमेशनाथ महाराज के अच्छे रिश्ते हैं।
- माया नारोलियाः मध्य प्रदेश महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष हैं। नर्मदापुरम जिले से आती हैं और नगर पालिका की अध्यक्ष भी रही हैं। रिश्तेदारों को नौकरी देने के आरोप लगे थे। विधानसभा चुनावों में विधायक का टिकट पाने की तगड़ी दावेदार थी।
- बंसीलाल गुर्जरः भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। मंदसौर से ताल्लुक रखने वाले गुर्जर की समाज में अच्छी पकड़ है। पार्टी किसानों को साधना चाहती है, जिसके लिए उन्हें उम्मीदवार बनाया गया है।
मध्य प्रदेश में राज्यसभा की स्थिति
मध्य प्रदेश विधानसभा में 230 सीटें हैं। इस समय भाजपा के पास 163 और कांग्रेस के पास 66 विधायक हैं। एक विधायक भारत आदिवासी पार्टी का है। राज्यसभा की एक सीट जीतने के लिए 39 विधायकों का वोट आवश्यक होगा। राज्य में इस समय पांच राज्यसभा सीटों पर चुनाव हो रहा है। इनमें से चार भाजपा और एक कांग्रेस के पास है। उम्मीद है कि भाजपा और कांग्रेस अपनी-अपनी सीटें बचा लेंगी। जिन सीटों पर वोटिंग हो रही है, वह सीटें भाजपा के धर्मेंद्र प्रधान, एल. मुरुगन, कैलाश सोनी, अजय प्रताप सिंह और कांग्रेस के राजमणि पटेल के पास रही हैं। यह सीटें पांच अप्रैल को खाली हो रही हैं। दरअसल, मध्य प्रदेश की 11 राज्यसभा सीटों में से आठ भाजपा और तीन कांग्रेस के पास है। एल मुरुगन को 2021 में थावरचंद गहलोत को केरल का राज्यपाल बनाने के बाद राज्यसभा के उपचुनाव में चुना गया था और बाद में उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाया गया था। इस समय मध्य प्रदेश से भाजपा के ज्योतिरादित्य सिंधिया, सुमिज्ञा वाल्मिकी, कविता पाटीदार और सुमेर सिंह सोलंकी राज्यसभा में हैं। वहीं, कांग्रेस से राज्यसभा में विवेक तन्खा और दिग्विजय सिंह हैं।