मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में मंत्रियों के बंगलों में नए कार्यालयों का निर्माण कार्य शुरू किया जा रहा है। सभी कार्यालयों को वास्तुशास्त्र की तर्ज पर तैयार किया जा रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक करोड़ों रुपये के प्रोजेक्ट में हर कार्यालय पर 24 लाख रुपये खर्च होंगे।
दरअसल, ज्यादातर मंत्रियों के बंगलों पर स्थित कार्यालय काफी पुराने हैं और जब ये बनाए गए थे उस वक्त वास्तुशास्त्र का ध्यान नहीं दिया गया था। इतना ही नहीं वे व्यवस्थित भी नहीं है। अब नए कार्यालय बनाए जाने का प्रस्ताव आया तो ये मांग उठने लगी कि वास्तुशास्त्र के आधार पर निर्माण कार्य किया जाए।
वास्तुशास्त्र के हिसाब से देखा जाए जो नए कार्यालयों में इन चीजों का ध्यान रखा जाएगा। पहला आयातकार भूखंड का चयन किया जाएगा क्योंकि वास्तुशास्त्र में ऐसे स्थान को शुभ माना जाता है। समृद्धि और ऐश्वर्य में वृद्धि के लिए दक्षिण और पश्चिम में पेड़-पौधे लगाए जाएंगे।
दक्षिण-पश्चिम में मंत्री के बैठने का स्थान बनाया जाएगा, जिससे सही निर्णय लेने में मदद मिलती है। शांति, संपन्नाता, निर्विघ्न कार्य को पूरा करने के लिए स्टाफ की बैठक व्यवस्था उत्तर दिशा में की जाएगी।