पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार के लिए लगातार गिरती हुई अर्थव्यवस्था चिंता का कारण है। पड़ोसी मुल्क की आवाम बढ़ती महंगाई से काफी परेशान है। पाकिस्तान में दाल और आटा बेहद महंगा हो गया है। इसके साथ ही सीएनजी की कील्लत से भी पड़ोसी मुल्क में हाहाकार मचा है।
उच्चतम स्तर पर दाल की कीमत
पाकिस्तान के डांडिया बाजार के एक थोक विक्रेता ने कहा कि एक किलो मूंग दाल की कीमत अब 210 रुपये से 225 रुपये हो गई है। जबकि पिछले महीने इसका दाम 170 रुपये से 185 रुपये था। 40 किलोग्राम दाल की कीमत 7,500 रुपये है, जो सबसे उच्चतम स्तर है। पाकिस्तान के पंजाब में इसका दाम 6,800 रुपये है। पंजाब के विक्रेता दाल की जमाखोरी कर रहे हैं, जिसकी वजह से मूंग दाल की उपलब्धता कम हो गई है और दाम में इजाफा हो रहा है।
मसूर व उड़द दाल भी हुई महंगी
डॉन अखबार के मुताबिक, मसूर दाल के दाम में भी बढ़त देखी गई है। मसूर का थोक दाम 105 रुपये प्रति किलो हो गया है, जो एक माह पहले 90 से 95 रुपये प्रति किलो था। वहीं इसका खुदरा दाम 120 रुपये प्रति किलो है। उड़द दाल का थोक मूल्य 10 रुपये बढ़कर 180 रुपये प्रति किलो हो गया है। वहीं इसका खुदरा दाम 180 रुपये से 200 रुपये के बीच है।
चीनी की कीमत भी बढ़ी
इसके साथ ही चीनी की कीमत भी बढ़ गई है। थोक बाजार में चीनी की कीमत 69 रुपये प्रति किलो हो गई है। पिछले हफ्ते के मुकाबले इसमें दो से तीन रुपये प्रति किलो का इजाफा हुआ है। खुदरा बाजार में इसका दाम 75 रुपये प्रति किलो है।
आटे के दाम में गिरावट नहीं
पाकिस्तान में आटे की कीमत में भी गिरावट नहीं आई है। पड़ोसी मुल्क के मंत्री हरी राम किशोरी लाल मे 13 दिसंबर को यह वादा किया था कि एक हफ्ते में एक किलो आटे का दाम 43 रुपये हो जाएगा। उन्होंने कहा था कि आटे की कीमत में तीन रुपये की कटौती होगी। कराची की 75 मिलों में एक से 24 दिसंबर तक 22,500 टन आटा आया है, जबकि इस दौरान उन्हें 92,000 टन आटा मिलने की उम्मीद थी। कराची में प्रतिदिन 7,000 से 8,000 टन आटे की खपत होती है। लेकिन पिछले तीन हफ्तों से मिलों में मात्र 1,000 टन गेहूं ही आया है।
बाजारों में 100 किलो आटा 4,800 रुपये का मिल रहा है, जो दिसंबर के दूसरे हफ्ते में 4,600 रुपये से 4,650 रुपये का था।
गैस की किल्लत
सिर्फ खाने-पीने का सामान ही नहीं, बल्कि पड़ोसी मुल्क में गैस की भी किल्लत है, जिसकी वजह से वहां हाहाकार मचा हुआ है। पाकिस्तानी जनता के लिए खाना पकाना मुश्किल हो रहा है और उद्योग ठप पड़े हुए हैं। पाकिस्तान में सीएनजी की आपूर्ति ठप पड़ी हुई है। इससे वाहनों का आवागमन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, देश में छह अरब घन फीट गैस की जरूरत है जबकि सप्लाई चार अरब घन फीट की हो रही है।
मांग के हिसाब से गैस का इंतजाम समय पर नहीं किया गया। कराची और लाहौर जैसे शहरों में बारह-बारह घंटों तक घरों में गैस की आपूर्ति नहीं की जा रही है। छोटे शहरों में हालात और भी बुरे हैं।