अजमेर के बजरंग गढ़ स्थित माता मंदिर पर पिछले 7 साल से देवकी शर्मा भीख मांगकर गुजारा करती थी. मृत्यु से पूर्व इस महिला ने लोगों की दी गई भीख से 6,61,600 रुपये जमा किए थे, जो बजरंगगढ़ चौराहा स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के अकाउंट में जमा थे.
अजमेर में मंदिर के बाहर भीख मांगने वाली वृद्ध महिला देवकी शर्मा के जीवन भर में जमा की गई राशि पुलवामा में शहीद हुए जवानों के परिवारों को समर्पित कर दी गई. दरअसल, ऐसा देवकी की इच्छा पर हुआ है जिनकी मृत्यु लगभग 6 माह पूर्व हो चुकी है.
लेकिन इस महिला ने अपने जीवनकाल में ही जय अम्बे माता मंदिर के ट्रस्टियों से यह कहा था कि उसकी मौत के बाद इस राशि को किसी नेक काम में खर्च किया जाए.
मंदिर ट्रस्टी संदीप के अनुसार, देवकी शर्मा की अंतिम इच्छा को अब जाकर पूरा किया गया जब यह राशि अजमेर कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा को एक बैंक ड्राफ्ट के माध्यम से सौंपी गई.
महिला ने अपने जीवन काल में ही उन्हें इस राशि का ट्रस्टी बना दिया था और आज यह संपूर्ण राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष के लिए समर्पित की गई है. इस महिला के अंतिम इच्छा के अनुरूप इस राशि का उपयोग पुलवामा हमले में शहीद हुए राजस्थान के शहीदों के परिवार को आर्थिक संबल प्रदान करने में किया जाएगा.
मालूम हो कि देवकी भीख से जमा हुए पैसों को घर पर रखती थी. कुछ समय पूर्व देवकी का निधन हो गया. जब उसके बिस्तरों की जांच की गई तो उसमें डेढ़ लाख रुपए और निकले. इस राशि को भी समिति ने बैंक में जमा करवा दिया. देवकी की इच्छा थी की इस राशि का उपयोग अच्छे कार्य के लिए किया जाए. इसी दौरान पुलवामा की घटना के बाद राशि को शहीद परिवार को दिए जाने पर सहमति जताई.