बिहार में बाढ़ के हालात जस के तस बने हुए हैं. प्रदेश की सभी बड़ी नदियां खतरे के निशान को छू रही हैं, जिसकी वजह से लाखों की आबादी प्रभावित हुई है. मधुबनी में कमला बलान नदी ने जिस तरीके से अपना रौद्र रूप दिखाया है, उससे जिले के कई पंचायत जलमग्न हो गए हैं.
मधुबनी में बाढ़ से हालात ऐसे हो गए हैं कि नेशनल हाईवे 57 पर स्थित भैरव स्थान थाना टापू में तब्दील हो चुका है.
पिछले साल भी भैरव स्थान थाना पूरी तरह से टापू में तब्दील हुआ था. पिछली बार भी कमला बलान नदी में बाढ़ आने की वजह से ही पुलिस स्टेशन के चारो ओर पानी भर गया था.
इस साल भी हालात नहीं बदले और भैरव स्थान थाना टापू बन चुका है. इसके चलते थाने में तैनात पुलिस कर्मियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. थाना आने-जाने के वक्त पुलिस वालों को अपने जूते हाथ में लेकर पानी में से गुजरना पड़ता है. इसके अलावा थाने आने वाले लोगों को भी दिक्कत हो रही है.
भैरव स्थान थाना में तैनात पुलिस कर्मियों का कहना है कि हर साल बारिश के मौसम में भैरव स्थान थाना टापू में बदल जाता है.
इसके चलते हम लोगों को काम करने में काफी मुश्किल होती है. थाने में आने-जाने के दौरान हमको पैंट घुटने तक मोड़ना पड़ता है और जूते हाथ में लेने पड़ते हैं. इसके अलावा नेशनल हाईवे 57 से लगे कई गांवों की सड़कों पर भी पानी भर चुका है.
आपको बता दें कि बिहार और असम में बाढ़ के चलते हालात बेहद खराब हो गए हैं. इसके चलते काफी संख्या में लोग बेघर हो गए हैं और कई लोगों की जान जा चुकी है. कई जगह बांध और पुल टूट गए हैं.
बिहार में बाढ़ से हाहाकार के बीच 5 लाख से ज्यादा आबादी प्रभावित है. सभी जिलों में मिलाकर करीब 245 पंचायतों में तबाही मची है. वहीं, प्रशासन राहत-बचाव अभियान चला रहा है. अब तक 5 हजार लोगों को राहत शिविरों में भेजा जा चुका है.