हिन्दू धर्म में गणेश जी को प्रथम पूजनीय माना गया है। आप सभी इस बात से वाकिफ ही होंगे कि देवताओं में प्रथम पूजनीय गणेश जी की पूजा हर शुभ कार्य की शुरुआत से पहले की जाती है, क्योंकि शुभ कार्यों की शुरुआत से पहले गणेश जी का स्मरण करने से रास्ते में आनेवाली सारी बाधाएं दूर होती हैं।
ना करें गणेश जी के इस अंग के दर्शन:
भगवान गणेश की पूजा करते समय इस बात का खास तौर पर ख्याल रखना चाहिए कि आप उनकी पीठ के दर्शन करने से बचें क्योंकि गणपति जी के शरीर के अवयवों पर संपूर्ण ब्रह्मांड का वास होता है, इसलिए उनकी पूजा हमेशा आगे से करनी चाहिए। पूजा के दौरान उनकी परिक्रमा करनी चाहिए, लेकिन पीठ के दर्शन करने से बचना चाहिए।
क्या है इसका कारण:
गणपति जी की पीठ में दरिद्रता का वास होता है, इस कारण से उनकी पीठ के दर्शन को शुभ नहीं मानते है। वहीं अगर गलती से उनकी पीठ के दर्शन हो जाए तो गणपति जी से क्षमा याचना कर उनके मुख के दर्शन करने से दोष का निवारण हो जाता है।