शीतकालीन सत्र के 11वें दिन यानी सोमवार को संसद में हैदराबाद मामला उठा। राज्यसभ में चर्चा के दौराम जया बच्चन का गुस्सा फूट पड़ा।
उन्होंने कहा कि दुष्कर्म के आरोपियों को भीड़ के हवाले कर देना चाहिए। इससे पहले गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कोई भी सरकार या नेता नहीं चाहेगा कि ऐसी घटना उनके राज्य में घटित हो।
यह समस्या सिर्फ कानून बनाने से हल नहीं हो सकती है। ऐसे कृत्यों को मिटाने के लिए ऐसे अपराधों के खिलाफ एक साथ खड़े होने की जरूरत है।
लोकसभा में स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा कि देश में जो घटनाएं घट रहीं हैं उससे संसद भी चिंतित है।मैंने प्रश्नकाल के बाद इस पर चर्चा की अनुमति दी है।