एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत के 82 फीसदी लोग नई पॉलिसी के साथ व्हाट्सएप इस्तेमाल नहीं करना चाहते हैं यानी महज 18 फीसदी लोग ही हैं जो नई पॉलिसी के लागू होने के बाद भी व्हाट्सएप को इस्तेमाल करने के लिए राजी हैं। सर्वे में कहा गया है कि 36 फीसदी लोग व्हाट्सएप का इस्तेमाल कम कर देंगे।
लोकलसर्कल के इस सर्वं में 8,977 लोग शामिल थे, हालांकि भारत में व्हाट्सएप यूजर्स की संख्या 40 करोड़ से अधिक है। ऐसे में यह सर्वे महज एक अनुमान ही कहा जाएगा। सर्वे में शामिल 24 फीसदी लोगों ने कहा है कि वे अपने व्हाट्सएप ग्रुप को किसी अन्य प्लेटफॉर्म पर मूव करने की सोच रहे हैं। इस सर्वे में देश के 244 राज्यों से 24,000 जवाब शामिल हैं। सर्वे में शामिल 91 फीसदी लोगों ने कहा है वे व्हाट्सएप पे का इस्तेमाल नहीं करेंगे।
व्हाट्सएप ने अपनी नई प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर पहली बार अपने यूजर्स को नोटिफिकेशन भेजा था, लेकिन नई पॉलिसी उसके लिए बड़ी मुसीबत बन गई है। WhatsApp की नई पॉलिसी जारी होने के महज सात दिनों में भारत में उसका डाउनलोड्स 35 फीसदी तक कम हुआ है। इसके अलावा 40 लाख से अधिक यूजर्स ने सिग्नल (Signal) और टेलीग्राम (Telegram) एप को डाउनलोड किया है जिनमें 24 लाख डाउनलोड्स सिग्नल के और 16 लाख टेलीग्राम के हैं। व्हाट्सएप की लगातार सफाई देने के बाद भी लोग दूसरे एप पर तेजी से शिफ्ट हो रहे हैं।
व्हाट्सएप की नई पॉलिसी से टेलीग्राम का कितना फायदा हुआ है इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि महज 72 घंटे में टेलीग्राम पर 2.5 करोड़ नए यूजर्स रजिस्टर्ड हुए हैं। इसकी जानकारी खुद टेलीग्राम के फाउंडर पावेल दुरोव (Pavel Durov) ने दी है। दरोव ने बताया कि Telegram के पास जनवरी के पहले सप्ताह में मंथली एक्टिव यूजर्स की संख्या 50 करोड़ थी जो कि अगले सप्ताह महज 72 घंटे में 52.5 करोड़ हो गई।