राष्ट्रपति भवन में ऐसे समारोहों की प्रक्रिया क्या है? क्या प्रोटोकॉल होते हैं? इससे पहले जब 2010 में बराक ओबामा आए थे तब राष्ट्रपति भवन में क्या तैयारियां की गई थीं ? इन सभी सवालों पर एबीपी न्यूज़ ने 2010 में ओबामा दौरे के दौरान तब की राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल की प्रेस सचिव अर्चना दत्ता से बातचीत की.
अर्चना दत्ता के मुताबिक सुबह जब राष्ट्रपति भवन प्रांगण में अमेरिका या किसी अन्य देश के किसी राष्ट्राध्यक्ष का स्वागत किया जाता है तो उसका प्रोटोकॉल तय होता है. जिसे विदेश मंत्रालय तय करता है. मेहमान राष्ट्राध्यक्ष का स्वागत खुद राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री करते हैं. जिसके बाद मेहमान को राष्ट्रपति भवन के ट्राई सर्विसेज की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाता है.
गार्ड ऑफ ऑनर दिए जाने के दौरान मेहमान को 21 तोपों की सलामी भी दी जाती है. उसके बाद मेहमान का परिचय वहां मौजूद भारतीय प्रतिनिधिमंडल से कराया जाता है. सूत्रों के मुताबिक इस बार स्वागत के लिए मौजूद भारतीय प्रतिनिधिमंडल में अमित शाह , राजनाथ सिंह , एस जयशंकर, रविशंकर प्रसाद , डॉक्टर हर्षवर्धन, जितेंद्र सिंह और हरदीप पूरी मौजूद रहेंगे.
उसके बाद मेहमान राष्ट्राध्यक्ष कई बार वहां मौजूद मीडिया से बात भी करते हैं हालांकि जानकारी के मुताबिक राष्ट्रपति ट्रंप के मीडिया से बात करने की संभावना काफी कम है.
वहीं रात्रिभोज का आयोजन राष्ट्रपति भवन के बैंक्वेट हॉल में होता है जो अशोका हॉल के सटकर है. हालांकि 2010 के ओबामा दौरे को याद करते हुए अर्चना दत्ता कहती हैं कि उस समय मेहमानों की सूची इतनी लंबी हो गई थी कि भोज का आयोजन मुगल गार्डन में करना पड़ा था.
औपचारिक तौर पर खाना शुरू करने से पहले बारी-बारी से वहां आए सभी आगन्तुकों का परिचय राष्ट्रपति ट्रंप से करवाया जाएगा. खाने के मेन्यू के बारे में अर्चना दत्ता बताती हैं कि हर बार जो मेहमान होता है उसकी पसंद का ख्याल रखा जाता है. कई बार भोज शुरू करने से पहले दोनों राष्ट्रपतियों की ओर से छोटा सा स्वागत भाषण भी दिया जाता है.