कोरोना वायरस के खिलाफ भारत में बन रही वैक्सीन का जायजा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को देश की तीन प्रयोगशालाओं के दौरे पर हैं। वे सबसे पहले अहमदाबाद पहुंचे। जहां वे जाइडस कैडिला के प्लांट में मौजूद हैं। इसके बाद वे हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक और फिर पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट जाएंगे। प्रधानमंत्री यहां शोधकर्ताओं और वैज्ञानिकों से बात करेंगे। साथ ही वैक्सीन निर्माण में हुई प्रगति का जायजा भी लेंगे।
कोरोना वैक्सीन बनाने के लिए जायडस कैडिला ने नेशनल बायोफार्मा मिशन, विराक और भारत सरकार के बायोटेक्नोलॉजी विभाग के साथ समझौता किया है। एक अनुमान के अनुसार कंपनी का वैक्सीन इस्तेमाल के लिए अगले साल मार्च तक तैयार हो सकता है। एक रिपोर्ट की मानें तो कैडिला 17 करोड़ वैक्सीन बनाने की तैयारी कर रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी जाइडस कैडिला के प्लांट पहुंच गए हैं। कंपनी ZyCoV-D वी नाम से कोरोना वैक्सीन बना रही है। इसका पहले चरण का ट्रायल पूरा हो चुका है और अगस्त से दूसरे चरण का ट्रायल शुरू हो गया है।
‘जाइडस कैडिला’ का संयंत्र अहमदाबाद शहर के पास चांगोदर औद्योगिक क्षेत्र में स्थित है। दवा बनाने वाली कंपनी ने पहले घोषणा की थी कि कोविड-19 के संभावित टीके का प्रथम चरण का परीक्षण पूरा हो गया है और दूसरे चरण का परीक्षण अगस्त में शुरू किया गया था। इसके बाद प्रधानमंत्री हैदराबाद जाएंगे। यहां वे भारत बायोटेक कंपनी का दौरा करेंगे। कंपनी की कोवाक्सिन का तीसरे चरण का ट्रायल चल रहा है। फिर वे पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया जाएंगे, जो एस्ट्रेजेनेका और ऑक्सफोर्ड के साथ मिलकर कोरोना का टीका बना रही है।