कोराना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण की चपेट में आने से देश में पहले डॉक्टर की मौत हो गई है. इंदौर निवासी डॉक्टर शत्रुघ्न पंजवानी का COVID-19 के चलते निधन हो गया. जानकारी के मुताबिक, डॉक्टर पंजवानी ने गुरुवार सुबह चार बजे अंतिम सांस ली. बताया जाता है कि वह कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का इलाज नहीं कर रहे थे, ऐसे में यह आशंका जताई जा रही है कि वह किसी नियमित लेकिन कोविड-19 पॉजिटिव के संपर्क में आए होंगे. बता दें कि कुछ दिनों पहले ही डॉक्टर पंजवानी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. वह प्राइवेट प्रैक्टिशनर थे.
डॉ. शत्रुधन पंजवानी का उपचार पहले गोकुलदास में उसके बाद सीएचएल में चल रहा था और फिर उन्हें अरविंदों में शिफ्ट किया था, लेकिन आज सुबह उनकी मृत्यु हो गई. डॉ. पंचवानी इंदौर के रुपराम नगर में रहते थे.
मध्य प्रदेश में बुधवार तक 404 पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं और इनमें से 30 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं केवल इंदौर में ही 213 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं जिनमें से 21 की मौत हो चुकी है. इसके विपरीत 14 लोग ऐसे भी रहे जो इलाज के बाद ठीक हो गए
किन जिलों में कितने पॉजिटिव
मध्य प्रदेश के जिलों में लगातार बढ़ रहे कोरोना पॉजिटिव मामलों के बाद अब प्रशासन सख्त हो गया है और कई शहरों को पूरी तरह से सील कर दिया गया है. अब तक इंदौर में 213, मुरैना में 13, उज्जैन में 15, जबलपुर में 9, भोपाल में 94, ग्वालियर में 6, शिवपुरी में 2, खरगोन में 12, छिंदवाड़ा में 2, बड़वानी में 12, विदिशा में 2, बैतूल में 1, होशंगाबाद में 6, श्योपुर, रायसेन, खंडवा और धार में एक-एक पॉजिटिव मामले सामने आए हैं.
शिवराज ने उठाए सख्त कदम
प्रदेश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार ने अब सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पुलिस को निर्देश दिए हैं कि यदि कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमण को छुपाता है तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए. साथ ही दंडात्मक कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए गए हैं. इसके साथ ही भोपाल, इंदौर और उज्जैन के हॉटस्पॉट इलाकों को पूरी तरह से सील करने को भी कहा गया है. वहीं सीएम चौहान ने कोरोना के संक्रमण से जूझ रहे 14 जिलों में सख्ती से लॉकडाउन का पालन करने के भी आदेश दिए हैं.
तबलीगी जमात के लोगों को दी थी चेतावनी
इससे पहले शिवराज सिंह चौहान ने तबलीगी समाज के लोगों को चेतावनी देते हुए कहा था कि निजामुद्दीन के मरकज में शामिल होकर सूबे में पहुंचे हैं वे 24 घंटे के अंदर स्टेट अथॉरिटी के समक्ष रिपोर्ट करें नहीं तो आपराधिक प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जाएगी.