New Delhi: भारत समेत दक्षिण एशिया के लिए सबसे बुरी ख़बर, आपको बता दें कि भारत का सबसे बड़ा दुश्मन और मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड हाफिज सईद अब पाकिस्तान में नेता बन गया है । नेता वो आतंकी बन गया है जो भारत में हजारों लोगों की मौत का कारण है। जरा सोचिए, जब किसी भी देश के साथ संबंधों में भारी रुकावट पैदा करने वाला ही संबंधों को लेकर फैसले करने लगे तो दोनों देशों के बीच क्या होगा ?अभी-अभी: गुजरात राज्यसभा चुनाव में हुई शानदार बीजेपी की जीत, क्रॉस वोटिंग से हुई अहमद पटेल की हार
जी हां मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड और भारत में टॉप वांटेड की लिस्ट में नंबर-1 पर शामिल आतंकी हाफिज सईद में पाकिस्तान में अपनी राजनीतिक पार्टी लॉन्च की । दरअसल आपको बता दें कि हाफिज सईद पहले ही एक आतंकी संगठन जमात-इद-दावा का प्रमुख है । पाक मीडिया से आ रही खबरों के अनुसार हाफिज की पार्टी का नाम New Milli Muslim League है । और यह भी कहा जा रहा है कि यह पार्टी आतंकी संगठन जमात-उद-दावा की विचारधारा पर ही चलेगी ।
जी हां आपको बता दें कि हाफिज की पार्टी न्यू मिल्ली मुस्लिम लीग के अध्यक्ष सैफुल्ला खालिद का बयान है कि उन्होंने पाकिस्तान को रियल इस्लामिक देश बनाने और इस्लाम के आदेशों पर चलाने के लिए राजनीतिक पार्टी का गठन किया है । लश्कर-ए-तैयबा आतंकी सगंठन का संस्थापक आतंकी हाफिज सईद नजरबंद होने के कारण पार्टी की लॉन्चिंग के मौके पर नहीं पहुंच सका ।
आपको बता दें कि अमेरिका ने आतंकी हाफिज सईद को गिरफ्तार करवाने पर 10 लाख डॉलर का इनाम भी घोषित कर रखा है । और वह इस साल की शुरूआत से पाकिस्तान में नजरबंद है।
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भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बाघले का कहना है कि यह विडंबनापूर्ण और निराशाजनक है कि ऐसा कोई व्यक्ति जो शायद मतपत्र की स्याही के पीछे अपने खून से छिपे हुए हाथों को छिपाना चाहता है । आतंकी सईद संयुक्त राष्ट्र के संकल्प 1267 के प्रावधानों और उसके संगठन के तहत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नामित आतंकवादी है । और उन्होंने कहा कि एक ऐसा आतंकवादी जिस पर हजारों निर्दोष लोगों की हत्या का आरोप है जो सिर्फ आतंकी हमले करने की फिराक में रहता है । हाफिज सईद ना सिर्फ भारत के लिए बल्कि पूरे एशिया के लिए ही खतरा है ।
अमेरिका की सिक्योरिटी एनालिस्ट आयशा सिद्दकी का कहना है कि हाफिज की पार्टी बनने का मतलब सारे आतंकवादियों को सरकारी सुरक्षा प्रदान करना है । और इससे आतंकी और भी ज्यादा आजाद हो जाएंगे । उनका यह भी कहना है कि राजनीतिक पार्टी बनाकर वह जमात-उद-दावा और लश्कर-ए-तैयबा के गुनाहों का ढक लेगा । आयशा कहती हैं कि जब एक आतंकवादी नेता बनेगा तो ना सिर्फ दूसरों को बल्कि खुद उसके भी यहां लोगों को खतरा बढ़ जाएगा । विशेष रूप से पाक में रह रहे अल्पसंख्यकों हिंदू और ईसाई पर अत्याचार बहुत ज्यादा बढ़ जाएगा ।