भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस लगातार केंद्र सरकार पर हमला कर रही है। वह सरकार को इस मुद्दे पर घेरते हुए कह चुकी है कि यह विवाद सरकार की विफल रणनीति का परिणाम है। वहीं, शनिवार को एक बार फिर कांग्रेस ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला।
कांग्रेस ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन द्वारा हमारे क्षेत्र में घुसपैठ और कब्जा करने की खुल कर निंदा करें तथा देश को बताएं कि कब्जा करने वालों को पीछे हटाया जाएगा।
कपिल सिब्बल ने कहा कि भारत की एक इंच जमीन भी चीन के कब्जे में नहीं जानी चाहिए। अपने क्षेत्र की रक्षा करने के लिए प्रधानमंत्री के साथ पूरा देश खड़ा है।
सिब्बल ने एक सवाल के जवाब में यह भी कहा कि उन्हें नहीं लगता कि कूटनीति और आर्थिक कदमों के माध्यम से इस मामले में सफलता मिलने वाली है।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह सैन्य कार्रवाई की पैरवी कर रहे हैं तो उन्होंने कहा कि मैं सैन्य कार्रवाई का संकेत नहीं दे रहा हूं। मैं सिर्फ त्वरित कार्रवाई यानी त्वरित समाधान की बात कर रहा हूं। फैसला सरकार को करना है।
उन्होंने वीडियो लिंक के माध्यम से संवाददाताओं से कहा कि प्रधानमंत्री ने सर्वदलीय बैठक में कहा कि न कोई हमारी सीमा में घुसा है, और न ही हमारी किसी चौकी पर कब्जा हुआ। जबकि कई रक्षा विशेषज्ञ उपग्रहों के जरिए ली गई तस्वीरों के हवाले से कुछ और कह रहे हैं।
सिब्बल ने दावा किया कि चीनी सैनिकों ने गलवां घाटी के कई हिस्सों पर कब्जा कर लिया है। यह पहली बार है कि चीन ने पूरी गलवां घाटी पर दावा किया है।
रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण स्थान वाई जंक्शन पर चीन के सैनिकों का कब्जा है। जिस स्थान पर हमारे जवान शहीद हुए, उसी जगह पर चीनी सैनिकों ने टैंट बना लिया है और दूसरे निर्माण कार्य कर लिए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री चीन की ओर से हमारे क्षेत्र में घुसपैठ की खुलकर निंदा क्यों नहीं करते? हम चाहते हैं कि प्रधानमंत्री चीन की इस घुसपैठ की निंदा करें। हम सब उनके साथ हैं।
कांग्रेस नेता ने आग्रह किया कि प्रधानमंत्री जी आप देश को संबोधित करें और देश को कहें कि हमारी मातृभूमि पर कब्जा करने वालों को पीछे हटाकर रहेंगे। पूरा देश आपके साथ खड़ा रहेगा।