बीजिंग। भारत और चीन सीमा पर शांतिपूर्ण हालात बनाए रखने पर सहमत हैं। यह सहमति सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग और उनके चीनी समकक्ष जनरल ली जुओचेंग के मध्य सोमवार को हुई बातचीत में बनी। बातचीत में जनरल सुहाग ने हाल के कुछ महीनों में चीनी सेना की भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की घटनाओं का भी जिक्र किया। जनरल सुहाग चार दिन की चीन यात्रा पर सोमवार को बीजिंग पहुंचे हैं।
इससे पहले सेना मुख्यालय बाई बिल्डिंग पहुंचने पर जनरल ली ने जनरल सुहाग का स्वागत किया और गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। दोनों देशों के सेना प्रमुख आपसी रिश्ते विकसित करने और प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाने पर भी सहमत हुए। जनरल सुहाग ने चीनी वायुसेना के प्रमुख जनरल शू क्विलियांग से भी वार्ता की। जनरल शू चीन के केंद्रीय सैन्य आयोग के उपाध्यक्ष भी हैं। यही आयोग चीन की सेनाओं को नियंत्रित करता है। इसके अध्यक्ष राष्ट्रपति शी चिनफिंग हैं। दोनों सैन्य अधिकारियों ने सीमा पर शांति बनाए रखते हुए सैन्य अभ्यासों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों को जारी रखने पर सहमति जताई। जनरल सुहाग ने जनरल शू और जनरल ली को भारत आने का निमंत्रण भी दिया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया।
भारतीय सेना की ओर जारी बयान में कहा गया है कि जनरल सुहाग का यह दौरा दोनों देशों के बीच विश्वास और रक्षा सहयोग बढ़ाने के लिए अच्छा मौका साबित होगा। दौरे में आतंकवाद से लड़ने के तरीकों पर भी बात की जाएगी। माना जा रहा है कि मजबूत आर्थिक संबंधों के बाद अब चीन के साथ रक्षा सहयोग बढ़ाने की नीयत से भारतीय सेना प्रमुख का यह दौरा हो रहा है। उल्लेखनीय है कि दिसंबर महीने में दोनों देश पुणे में संयुक्त सैन्य अभ्यास करने वाले हैं। चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा को लेकर विवाद कायम है लेकिन उत्तरी इलाके में चीन से लगने वाली सीमा पर शांति है।