समाजवादी पार्टी (SP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि महंगाई पर भाजपा सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है। उद्योग धंधे बंद हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि झांसा दर झांसा भाजपा का एजेंडा है। किसान, मजदूर, गरीब, छोटा कारोबारी, छात्र-छात्राएं, युवा सभी भाजपा के धोखे का शिकार हैं। रोजगार देने के दावों का क्या हो रहा है? नौजवान कब तक रोजगार के झांसे में रहेंगे? पहले बैंकिंग सेक्टर को संकट में फंसा दिया अब उबारने की निरर्थक कोशिश हो रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा दुग्ध उत्पादन बढ़ाने और गोमाता का संरक्षण हवा-हवाई है। सरकारी गोशालाओं में रोज गायों की मौत हो रही है।
आवारा पशु खेत चर रहे हैं। जीवन बीमा निगम, एयर इंडिया और रेलवे से सरकार हाथ खींच रही है। बाहरी निवेश आ नहीं रहा है। भारत में एक प्रतिशत अमीरों के पास 70 प्रतिशत आबादी की चार गुना दौलत है। देश के 63 अरबपतियों की संपत्ति तो भारत के एक साल के बजट से भी अधिक है। भाजपा सरकार की नीतियों के कारण अन्नदाता को ऊर्जाविहीन बनाया जा रहा है।
अखिलेश यादव ने कहा कि आयुष्मान योजना का क्या हुआ? अस्पतालों में दवाएं नहीं हैं, जिन दवाओं के दाम घटाने के वादे हुए वे भी लागू नहीं हुए। योजनाओं के विचित्र नाम रखकर जनता को भ्रमित किया जा रहा है। किसान उड़ान, विजन, डिजिटल क्रांति जैसी शब्दावाली का प्रयोग हो रहा है। यह सब देख अब भाजपा से जनता का मोह भंग हो गया है।
अखिलेश यादव ने कहा कि मंहगाई पर कोई नियंत्रण नहीं है। उद्योग धंधे बंद हो रहे हैं। बाहरी निवेश आ नहीं रहा है। नौजवानों के लिए रोजगार के अवसर सृजित नहीं हो रहे हैं।
भारत में एक प्रतिशत अमीरों के पास 70 प्रतिशत आबादी की चार गुना दौलत बंधक है। देश के 63 अरबपतियों की सम्पत्ति तो भारत के एक साल के बजट से भी अधिक है। देश में एक टाप सीईओ साल में जितना कमाता है उतना हासिल करने में घर की मेड को 22,277 साल लग सकते हैं। स्पष्ट है, भाजपा राज में अमीर ही और अमीर हो रहे हैं। गरीबी हटाओं का अर्थ गरीब को हटाओं हो गया है।