26 फीसदी पर हत्या, हत्या की कोशिश, धोखाधड़ी जैसे गंभीर आपराधिक मामले
रिपोर्ट के मुताबिक, 31 मुख्यमंत्रियों में से 11 ने खुद के खिलाफ आपराधिक मामले दायर होने की घोषणा की है। यह कुल संख्या का 35 फीसदी है। इनमें से 26 फीसदी के खिलाफ हत्या, हत्या की कोशिश, धोखाधड़ी जैसे गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। खास बात यह है कि 25 मुख्यमंत्री यानी 81 फीसदी करोड़पति हैं। इनमें से दो मुख्यमंत्रियों के पास 100 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है।
मुख्यमंत्रियों की औसत संपत्ति 16.18 करोड़ रुपये है। एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार, 31 मुख्यमंत्रियों में से 10 फीसदी ने महज 12वीं पास की है। 39 फीसदी सीएम स्नातक और 32 फीसदी पेशेवर स्नातक हैं। 16 फीसदी ने परास्नातक किया है, जबकि तीन फीसदी ने डॉक्टरेट की है।
चंद्रबाबू सबसे धनी सीएम
एडीआर के अनुसार, आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू देश के सबसे धनी सीएम हैं। उनकी घोषित संपत्ति 177 करोड़ रुपये है। इसके बाद अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू आते हैं। उन्होंने अपनी संपत्ति 129 करोड़ रुपये से अधिक घोषित की है। पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह के पास 48 करोड़ की संपत्ति है। सबसे कम संपत्ति घोषित करने वाले मुख्यमंत्री त्रिपुरा के मणिक सरकार हैं। उनकी संपत्ति महज 27 लाख रुपये है। इसके बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपनी संपत्ति 30 लाख और जम्मू-कश्मीर की सीएम महबूबा मुफ्ती ने अपनी संपत्ति 56 लाख घोषित की है।
नीतीश, केजरीवाल और फडणवीस पर भी गंभीर मामले
देश में सबसे साफ छवि के सीएम माने जाने वाले नीतीश कुमार के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, दंगा और अन्य मामले दर्ज हैं। नीतीश पर हत्या का मामले नवंबर, 1991 में एक रैली से संबंधित है। साथ सुथरी राजनीति का दावा कर दिल्ली के सीएम बने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ 10 मामले दर्ज हैं। इनमें से चार मामले गंभीर प्रकृति के हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के खिलाफ तीन गंभीर मामलों समेत 22 केस दर्ज हैं।
केरल के सीएम पिनराई विजयन के खिलाफ 11, पंजाब के सीएम अमरिंदर के खिलाफ 10 मामले दर्ज हैं। जिन अन्य मुख्यमंत्रियों के खिलाफ गंभीर मामले दर्ज हैं, उनमें यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, झारखंड के सीएम रघुबर दास और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव का नाम शामिल है।