भारत के साथ सीमा पर जारी तनाव के बीच पाकिस्तानी सेना की एक टुकड़ी थार के रेगिस्तान में युद्धाभ्यास कर रही है। ‘जिदर उल हदीस’ नाम का यह अभ्यास 28 जनवरी को शुरू हुआ था और 28 फरवरी तक चलेगा। जिस इलाके में यह युद्धाभ्यास किया जा रहा है वह राजस्थान की सीमा से सटा है। चार सप्ताह तक चलने वाले इस युद्धाभ्यास का उद्देश्य रेगिस्तान में रक्षा तैयारियों को परखना है।
इस अभ्यास में पाकिस्तानी सेना की कराची कॉर्प हिस्सा ले रही है। पाकिस्तान छोर कैंटोनमेंट से लगभग 74 किलोमीटर आगे युद्धाभ्यास कर रहा है। छोर में सेना का डेजर्ट वारफेयर स्कूल है। यह स्थान सिंध के हैदराबाद से 165 किलोमीटर दूर है। रेगिस्तानी परिस्थितियों में युद्ध के लिए सेना को तैयार करने के लिहाज से 1987 में इस स्कूल की स्थापना की गई थी।
दो लाख वर्ग किलोमीटर में फैला थार रेगिस्तान भारत और पाकिस्तान के बीच प्राकृतिक तौर पर सीमा का निर्धारण करता है। शुक्रवार को अरब सागर में पाकिस्तान ने एक सप्ताह के बहुराष्ट्रीय नौसैनिक अभ्यास की शुरुआत की। 11 फरवरी से 16 फरवरी तक चलने वाले इस अभ्यास में अमेरिका, रूस, चाइना और तुर्की समेत 45 देश हिस्सा ले रहे हैं। इस युद्धाभ्यास को अमन-2021 नाम दिया गया है।
राजमार्गो की देखभाल के लिए पाकिस्तान ड्रोन तैनात करेगा। जियो न्यूज ने हाईवेज एंड मोटरवेज पुलिस के हवाले से बताया कि कुछ ही दिनों में इस नई योजना को अमलीजामा पहना दिया जाएगा। ड्रोन सड़कों पर चौबीस घंटे चलने वाले वाहनों का ना केवल रिकॉर्ड उपलब्ध कराएगा बल्कि यातायात को नियंत्रित करने में प्रभावी भूमिका अपनाएगा। इससे अपराध को नियंत्रित करने में भी मदद मिलेगी।