येस बैंक लोन घोटाले के मामले में कारोबारी भाई कपिल वधावन और धीरज वधावन को जमानत मिल गई है. प्रवर्तन निदेशालय 60 दिन की निर्धारित अवधि के भीतर उनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने में विफल रहा.
हालांकि दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉरपोरेशन के प्रमोटर दोनों भाई अभी भी जेल में रहेंगे, क्योंकि उनके खिलाफ सीबीआई का केस भी चल रहा है. मामले की सुनवाई करती हुई बॉम्बे हाई कोर्ट की जस्टिस भारती डांगरे ने 1 लाख नकद के बॉन्ड और पासपोर्ट जमा करने की शर्त पर दोनों भाइयों को जमानत दे दी.
गौरतलब है कि दोनों भाई मनी लॉड्रिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय के द्वारा इस साल 14 मई को गिरफ्तार हुए थे. सीबीआई द्वारा 7 मार्च को वधावन बंधुओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया था.
इसमें यह आरोप लगाया गया था कि येस बैंक के प्रमोटर राणा कपूर और वधावन बंधुओं ने एक-दूसरे को लाभ पहुंचाया है. येस बैंक के द्वारा ‘अनियमित तरीके से’ वधावन बंधुओं को लोन दिया गया.
इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय ने वधावन बंधुओं, राणा कपूर, कपूर की पत्नी बिंदू कपूर, उनकी बेटियों रोशनी और रेखा तथा उनके चार्टर्ड एकाउंटेंट फर्म डीके जैन ऐंड एसोसिएट्स के खिलाफ 15 जुलाई को मामला दर्ज किया था.
इसी जुलाई महीने में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बैंक के पूर्व प्रमुख राणा कपूर और DHFL के प्रमोटर्स कपिल वधावन और धीरज वधावन की 2400 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी अटैच की है.इसमें राणा कपूर की 1000 करोड़ रुपये और वधावन बंधुओं की 1400 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी शामिल है.
राणा कपूर के दिल्ली के पॉश इलाके अमृता शेरगिल मार्ग पर स्थित बंगले को भी कुर्क किया गया. इसके अलावा मुंबई के पेडर रोड और लंदन एवं न्यूयॉर्क में स्थित कई प्रॉपर्टी को भी प्रवर्तन निदेशालय ने अटैच किया है.वधावन बंधुओं की अटैच प्रॉपर्टी में 12 अपार्टमेंट, पुणे में जमीन, लंदन, आस्ट्रेलिया और न्यूयॉर्क में प्रॉपर्टी शामिल है.