मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में हुई मूसलाधार बारिश ने पिछले 14 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. एमपी में बीते 24 घंटें में 215 मिलीमीटर बारिश हुई है. इस बारिश के बाद भोपाल के नदी-नाले, खेत और सड़कें लबालब भर गई हैं.
मौसम विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक भोपाल में ऐसी बारिश 14 अगस्त 2006 को हुई थी. तब भोपाल में एक दिन में 291.6 मिलीमीटर बारिश हुई थी.
भोपाल में शनिवार को दिन-रात मूसलाधार बारिश होती रही. एक ही बारिश में भोपाल की बड़ी झील लबालब भर गई, कलियासोत नदी में पानी की लहरें उफान मार रही थीं.
एक ही बारिश में शनिवार को भदभदा डैम और कलियासोत डैम के गेट इस सीजन में पहली बार खोले गए. तेज बारिश की वजह से शनिवार सुबह जिला प्रशासन को भदभदा डैम के एक-एक कर छह गेट खोलने पड़ गए.
कलियासोत डैम के दो गेट भी खोल गए दिए गए हैं. शहर में भारी बारिश का आलम ये है कि एक ही दिन में छह घंटे के अंदर दोनों बड़े डैम के गेट खोलने पड़ गए. डैम का गेट खोलने की वजह से शहर के निचले इलाकों में कई फीट तक पानी भर गया. यहां से सुरक्षित स्थान तक जाने में लोगों को काफी तकलीफें उठानी पड़ीं.
हालांकि जिला प्रशासन ने कई जगह रेस्क्यू टीमों को तैनात कर रखा था, लेकिन बारिश इतने बड़े पैमाने पर हुई कि प्रशासन की तैयारी नाकाफी साबित हुई. बारिश की वजह से शहर के कई इलाकों की बिजली भी गुल रही. प्रशासन ने लोगों को तालाब और नदी के किनारे पर नहीं जाने की चेतावनी दी है.
बारिश से एमपी की मुश्किलें अभी खत्म नहीं हुई हैं. मौसम विभाग ने 15 जिलों में भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है. इसे लेकर स्थानीय प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है.