राजधानी में विधानसभा और सीएम आवास के पास आलू फेंकने के मामले में पुलिस ने शुक्रवार को दो लोगों को हिरासत में लिया है। इनमें एक कन्नौज के सपा नेता का करीबी अंकित सिंह और दूसरा डाला ड्राइवर संतोष पाल बताया जा रहा है।दोनों से पुलिस द्वारा की गई पूछताछ और मोबाइल कॉल डिटेल से पता चला है कि दोनों अभियुक्तों ने शिवेंद्र सिंह, संदीप उर्फ रिक्की यादव, दीपेंद्र सिंह चौहान, संजू कटियार, प्रदीप सिंह और जय कुमार के साथ मिलकर घटना की साजिश रची थी।
शिवेंद्र सिंह ने पुरानी ठठिया स्थित सतीश जाटव के कोल्ड स्टोर से आलू खरीदे थे। वहीं संदीप उर्फ रिक्की यादव ने गाड़ियों की व्यवस्था की थी। दीपेंद्र सिंह ने आलू इन गाड़ियों में लदवाये थे।
वहां से ये सभी एक स्कॉर्पियों के जरिए आलू लदे पिकअप के पीछे-पीछे लखनऊ तक आये थे। यहां लाल बहादुर शास्त्री मार्ग पर रुकने के बाद 1090 चौराहे से लेकर विधान भवन तक आलू फेंके थे।
पुलिस ने बताया कि शिवेन्द्र सिंह उर्फ कुक्कू चौहान तिर्वा जनपद कन्नौज से नगर पंचायत अध्यक्ष का चुनाव लड़े थे, जबकि संजू कटियार वर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष जनपद कन्नौज के पति हैं।
ये था मामला
गौरतबल है कि 7 जनवरी को विधान भवन, राजभवन, मुख्यमंत्री आवास के सामने भारी मात्रा में कुछ लोग आलू फेंक कर चले गए थे। माना जा रहा था कि किसानों ने सही दाम न मिलने के चलते विरोध स्वरूप ये आलू वहां फेंके हैं।
विपक्षी दलों ने इसे लेकर सरकार पर जमकर हमला बोला था। हरकत में आयी सरकार ने सुरक्षा में लगे पांच पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था।
पुलिस ने मामले की जांच की तो पता चला था कि एक लोडर सुबह चार बजे आलू गिराता हुआ वहां से गुजरा था। इसके बाद से पड़ताल करते हुए शनिवार को पुलिस ने अंकित सिंह और ड्राइवर संतोष पाल को हिरासत में ले लिया।