पानी के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती, लेकिन जरूरत से ज्यादा पानी पीना भी जानलेवा हो सकता है।
विशेषज्ञों ने यह चेतावनी दी है। दक्षिणी लंदन स्थित किंग्स कॉलेज हॉस्पिटल के डॉक्टरों के अनुसार, अस्वस्थता की स्थिति में काफी अधिक पानी पीना नुकसान पहुंचा सकता है। उन्होंने 59 वर्षीय एक महिला का जिक्र किया, जो हाल में जरूरत से ज्यादा पानी के बाद गंभीर रूप से बीमार हो गई थी, जिसके बाद उसे हॉस्पिटल लाया गया था।
डॉक्टरों ने बताया कि इस महिला ने मूत्र मार्ग में संक्रमण के लक्षण देखने के बाद काफी अधिक मात्रा में पानी पी लिया था। उसे पूर्व में किसी डॉक्टर ने बताया था कि ऐसे मामलों में काफी अधिक अर्थात हर आधे घंटे में एक गिलास पानी पीना चाहिए। इसलिए उसने सोचा कि ढेर सारा पानी से उसके मूत्रमार्ग की समस्या दूर हो जाएगी। अमूमन डॉक्टर मरीजों को पानी पीने की सलाह देते हैं। ताकि उनके शरीर में पीनी का आवश्यक स्तर बना रहे।
डॉक्टरों ने महिला की जांच करने पर पाया कि उसके रक्त में नमक का स्तर खतरनाक रूप से कम हो गया था। यह स्थिति उस समय होती है जब कोई व्यक्ति थोड़ी ही देर में काफी अधिक पानी पी ले। इससे मितली, उल्टी और सिरदर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। गंभीर स्थिति में मस्तिष्क फूल सकता है, जिससे विभ्रम, दौरा, कोमा और अंतत: मौत की नौबत आ सकती है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि रक्त में नमक के असामान्य रूप से कम स्तर से पीड़ित मरीजों में लगभग 30 फीसदी की मौत हो जाती है। डॉक्टरों ने कहा कि फिलहाल इसके बारे में काफी कम साक्ष्य हैं कि पानी की कितनी मात्रा को जरूरत से ज्यादा समझा जाए। उन्होंने लिखा, हॉस्पिटल में लाई गई महिला में अस्थिरता लगातार बढ़ रही थी। उसने कई बार उल्टी की। उसे बोलने में भी दिक्कत हो रही थी। उसे आपातकक्ष में रखा गया। अगले 24 घंटे तक उसे एक लीटर से अधिक तरल नहीं दिया गया। डॉक्टर उसको स्वस्थ करने में सफल रहे। इस मामले की रिपोर्ट ‘बीएमजे केस रिपोर्ट’ में प्रकाशित हुई है।