राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की हार के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर करारा हमला बोला है. आरक्षण को लेकर केंद्र सरकार के रुख के खिलाफ आयोजित प्रदर्शन को संबोधित करते हुए रविवार को गहलोत ने कहा कि केंद्र में सिर्फ दो लोगों, मोदीजी और अमित शाह का राज चल रहा है.
उन्होंने आरक्षण के मुद्दे पर भी सरकार को घेरा. गहलोत ने भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर राष्ट्रवाद का जहर घोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि इनका राष्ट्रवाद, छद्म राष्ट्रवाद है. हम असली राष्ट्रवादी हैं. उन्होंने कहा कि आरक्षण को लेकर खतरनाक खेल चल रहा है. भाजपा के सांसदों और संघ के नेताओं की ओर से जिस तरह के बयान आ रहे हैं, इनका कोई भरोसा नहीं कि कब ये आरक्षण खत्म करने की घोषणा कर दें.
उन्होंने आरक्षण के दायरे में आने वाले एससी, एसटी, ओबीसी से एकजुट होने का आह्वान किया और कहा कि आरक्षण की रक्षा के लिए यह जरूरी है. इससे भविष्य में आरक्षण को खत्म करने की किसी में हिम्मत नहीं होगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले में राज्यों को पदोन्नति में आरक्षण के लिए बाध्य नहीं करने की बात है. इससे लोग घबरा गए हैं. उन्होंने संसद में बिल लाकर पदोन्नति में आरक्षण को राज्यों में लागू करना अनिवार्य बनाने की मांग की.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविंद्र नाथ टैगोर को कोट करते हुए कहा कि 100 साल पहले टैगोर ने कहा था कि राष्ट्रवाद से भी बड़ी मानवता है. जब मानवता नहीं रहेगी, तो राष्ट्रवाद क्या रहेगा? उन्होंने कहा कि आज यह मुसलमानों पर हमला कर रहे हैं, कल सिख और बौद्ध धर्म के लोगों पर आएंगे.
इनका हिंदू राष्ट्र का सपना कभी साकार नहीं होगा. मुख्यमंत्री गहलोत ने छुआछूत मिटाने के लिए किए गए प्रयास बताने की भाजपा को चुनौती दी, तो कांग्रेस नेताओं के लाठी खाकर दलितों को मंदिर में प्रवेश कराने का जिक्र भी किया.
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और प्रदेश के मुख्यमंत्री गहलोत ने दिल्ली के चुनाव परिणाम को लेकर भी भाजपा पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता ही दिल्ली के चुनाव में पार्टी की दुर्गति चाहते थे. उन्हीं के नेता नहीं चाहते थे कि भाजपा को अच्छे नतीजे मिलें. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि भाजपा के नेता मन ही मन कह रहे थे कि इन्हें कोई सबक मिलना चाहिए.
उन्होंने तंज करते हुए कहा कि सुबह भाजपा के 20 सीटों पर बढ़त के रुझान आए, तो भाजपा के नेता ही यह चर्चा करने लगे कि ऐसा कैसे हो गया. भाजपा को तो 10 सीटों के अंदर होना चाहिए था.
बता दें कि कांग्रेस ने इन दिनों आरक्षण को लेकर सरकार के रुख के खिलाफ देशव्यापी अभियान छेड़ रखा है. पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने रविवार को जयपुर में कलेक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन किया. इस दौरान उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और अन्य नेता मौजूद रहे.