बिहार में चुनावी साल का असर बिजली की नई दरों पर साफ दिखा। बिजली सस्ती हो गई है। बिजली कंपनियों ने 10 पैसे प्रति यूनिट की कमी की है। इतना ही नहीं, अगले माह से बिजली उपभोक्ताओं को मीटर रेंट भी नहीं लगेगा। शुक्रवार को बिहार में बिजली की नई दरों का एलान कर दिया गया। इससे बिजली उपभोक्ताओं ने राहत की सांस ली है। बता दें कि सीएम नीतीश कुमार ने भी पिछले दिनों सस्ती बिजली की उम्मीद जताई थी।
बिहार राज्य विद्युत विनियामक आयोग ने शुक्रवार को दोपहर बाद बिजली शुल्क की नयी दर का एलान कर दिया। नई दर अप्रैल 2020 से लागू होगी। आयोग ने बिजली सस्ती होने का एलान किया है। बिहार में बिजली टैरिफ की नई दर में प्रति यूनिट 10 पैसे की कमी की है। इसके साथ ही मीटर रेट को भी खत्म कर दिया गया है। यह टैरिफ 1 अप्रैल से लागू होगा।
दरअसल, बिजली कंपनी द्वारा वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए विद्युत दर निर्धारण के संबंध में बिहार राज्य विद्युत विनियामक आयोग के समक्ष जो याचिका दायर की गयी थी, उसमें प्रति कनेक्शन फिक्स चार्ज बढ़ाने की बात कही गयी थी। इस बारे में बिजली कंपनी का यह तर्क था कि नए प्रावधान के तहत उपभोक्ताओं को हर हाल में बिजली उपलब्ध कराना है। लोड शेडिंग तक नहीं होनी है। बिजली के उपभोग को बढ़ाया जाए, इसके लिए लोगों को प्रोत्साहित करना है। इस बात को ध्यान में रख फिक्स चार्ज बढ़ाए जाने का प्रस्ताव दिया गया था। हालांकि सुनवाई के दौरान बिहार राज्य विद्युत विनियामक आयोग इससे सहमत नहीं था।
शुक्रवार को जब नई दर का एलान हुआ तो इसका साफ असर दिखा। आयाेग ने बिजली को सस्ती कर दिया। प्रति यूनिट 10 पैसे घटा दिए। साथ ही मीटर रेंट को भी खत्म कर दिया। सूत्रों की मानें तो 21 घंटे से कम बिजली मिलने पर फिक्स चार्ज का भी बिल कम आएगा।